बिहार

रेलवे की अपील: भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, झांसे में नहीं आएं अभ्यर्थी

Shantanu Roy
20 Sep 2022 5:37 PM GMT
रेलवे की अपील: भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, झांसे में नहीं आएं अभ्यर्थी
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बेगूसराय। भारतीय रेल के सभी क्षेत्रीय रेलवे में सीबीटी चौथे चरण की परीक्षा मंगलवार से शुरु हो गई। इसके मद्देनजर रेलवे ने परीक्षा को पारदर्शी बताते हुए अभ्यर्थियों को किसी के भी झांसे में नहीं आने की अपील किया है। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि आरआरबी ने सीईएन आरआरसी 01/2019, लेवल-वन भर्ती के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित करने के लिए एक प्रतिष्ठित कंपनी को नियुक्त किया है। जिसमें 1.1 करोड़ से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। भारतीय रेल के 12 क्षेत्रीय रेलवे पर सीबीटी के तीन चरण पहले ही पूरे किए जा चुके हैं तथा आज से चौथा चरण शुरू हो गया है। किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने और समाप्त करने के लिए सिस्टम में उच्चस्तरीय सुरक्षा प्रणाली उपलब्ध करवाई गई हैं। परीक्षार्थियों को केंद्र का आवंटन कंप्यूटर लॉजिक के माध्यम से रेंडम रूप से किया जाता है। एक बार जब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करते हैं और अपना पंजीकरण कराते हैं, तो कंप्यूटर लैब और सीटों का आवंटन भी रेंडम रूप से ही किया जाता है। प्रश्न पत्र अत्यधिक इन्क्रिप्टेड रूप में होता है और परीक्षार्थी के अलावा कोई भी प्रश्न पत्र एक्सेस नहीं कर सकता। परीक्षा प्रारंभ होने के बाद परीक्षार्थी द्वारा कंप्यूटर में दूसरा और अंतिम लॉगिन करने के बाद ही प्रश्न पत्र का अंतिम डिक्रिप्शन होता है। परीक्षार्थी को उपलब्ध कराए गए प्रश्न पत्र में प्रश्नों का क्रम एवं प्रश्नों के उत्तर के लिए उपलब्ध चार विकल्प भी रेंडम रूप में होता है।
परीक्षा केंद्र में प्रत्येक परीक्षार्थी के पास यूनिक प्रश्न पत्र होता है तथा किसी भी दो परीक्षार्थी का प्रश्न पत्र में प्रश्नों एवं उनके विकल्पों का क्रम एक समान नहीं होता है। प्रश्न का क्रम मास्टर प्रश्न पत्र के क्रम से पूरी तरह भिन्न होता है, इसलिए यदि कोई दावा करता है कि वह किसी परीक्षार्थी को उत्तर कुंजी प्रदान कर सकता है तो यह पूरी तरह से गलत, आधारहीन और भ्रामक है। यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड सिस्टम होने के कारण पूरी तरह पारदर्शी है। इसमें किसी भी एक व्यक्ति द्वारा किसी परीक्षार्थी को एलॉट किए गए सीट, प्रश्नों का क्रम आदि की जानकारी प्राप्त नहीं की जा सकती है। परीक्षा का संचालन सीसीटीवी की कड़ी निगरानी में होता है, जहां प्रत्येक परीक्षार्थी की पूरी रिकार्डिंग की जाती है। परीक्षार्थियों एवं संचालन एजेंसी के कर्मचारियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए रेलवे द्वारा प्रत्येक केंद्र पर अपने कर्मचारियों एवं रेल सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। प्रथम बार लेवल-वन परीक्षा में परीक्षार्थियों के लिए आधार सत्यापन की शुरूआत की गई थी। पहले से मौजूद सुरक्षा उपायों के अलावा रेल भर्ती बोर्ड द्वारा भर्ती प्रक्रिया के सभी चरणों में परीक्षार्थियों का सत्यापन आधार कार्ड आधारित बायोमेट्रिक कराया जाता है। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परीक्षा संचालन एजेंसी के पर्यवेक्षकों को भी नियमित अंतराल पर बदला जाता है। इसलिए परीक्षार्थियों से अवैध रूप से नियुक्ति के झूठे वादों के साथ गुमराह करने की कोशिश करने वाले दलालों से सतर्क रहने का अनुरोध किया जा रहा है।
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