धनबाद रेल मंडल के गझंडी में ट्रेन से कटकर रेल चालक की मौत हुई
मुंगेर: धनबाद रेल मंडल के गझंडी में सुबह करीब साढ़े बजे गोमो के रेल चालक पंकज कुमार सिंह की डाउन भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के चपेट में आने से मौत हो गई. पंकज मूलरूप से बिहार के मुंगेर के रहनेवाले थे.
जानकारी के अनुसार पंकज गोमो से लाइट इंजन लेकर कोडरमा गए थे. उसके बाद कोडरमा से उन्हें बैंकर के रूप में इंजन दिया गया था. लोडेड मालगाड़ी के पीछे से बैंकर लगाया गया था. बैंकर में उनके साथ सह चालक गोपाल कुमार भी थे. जिस लोडेड मालगाड़ी के पीछे बैंकर लगाया गया था, उस मालगाड़ी के चालक राजीव कुमार थे. गझंडी में बैंकर के चालक पंकज कुमार ने कोडरमा के ही चालक को बैंकर का चार्ज सौंपा था. इसके बाद वे प्लेटफॉर्म की ओर डयूटी ऑफ करने जा रहे थे. बैंकर से उतर कर चालक पंकज और सह चालक गोपाल पटरी किनारे चल कर स्टेशन पहुंचने वाले थे. तभी डाउन से भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस आ रही थी. अचानक पंकज को पीछे से जोरदार टक्कर लगी और वे मुंह के बल पटरी पर दूर जा गिरे. मौके पर ही उनकी मौत हो गई. घटना में पंकज का चेहरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. उनके साथ आगे चल रहे सह चालक गोपाल कुमार घटना के बाद चीखने-चिल्लाने लगे. वहीं घटना के बाद भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के चालक पीके सिन्हा ने वॉकीटाकी पर सूचना प्रसारित किया कि गझंडी में कोई रणओवर हुआ है.
इस सूचना पर वहीं खड़ी लोडेड मालगाड़ी के चालक राजीव कुमार तथा उनके गार्ड और जिस चालक को बैंकर का चार्ज पंकज ने दिया था, सभी मौके पर पहुंचे तो देखा पंकज मृत पड़े हैं. फौरन मामले की सूचना धनबाद डीवीजन में आग की तरह फैल गई. सीनीयर डीईई (परिचालन) संजीव कुमार गझंडी पहुंचे और घटना की जानकारी ली. वहीं काफी संख्या में रनिंग डिपार्टमेंट के सहकर्मी भी पहुंचे. कोडरमा सदर अस्पताल में चालक पंकज का पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद शव तिरंगे में लपेट कर परिजनों के हवाले कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार रेल चालक पंकज कुमार सिंह 15 वर्षों से गोमो में थे. वे मूलरूप से बिहार के मुंगेर जिले के जानकी नगर के रहनेवाले थे. कुछ वर्षों से वे गोमो हटियाटांड़ में अपना घर बनवाकर पत्नी तथा बच्चों के साथ रहते थे. मौत की सूचना के बाद सीटीएफआर एससी पांडेय समेत दर्जनों लोग मृत रेल चालक के गोमो स्थित हटियाटांड़ घर पहुंचे. घटना की सूचना के बाद पत्नी पूनम देवी तथा बच्चो का रो-रो कर बुरा हाल था. पंकज का शव बिहार के मुंगेर उनके पैतृक गांव जानकी नगर ले जाया गया.