नालंदा न्यूज़: हरनौत प्रखंड के तेलमर गांव में की रात न मौत हुई न डाका पड़ा, बावजूद ग्रामीण रातभर बदहवास रहे. तेलमर में हुए आग हादसा में भले ही किसी की मौत न हुई हो. लेकिन, ग्रामीण 22 लाख से अधिक की क्षति की आशंका जता रहे हैं.
आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसपर काबू पाने में बख्तियारपुर, हरनौत, नगरनौसा समेत अन्य जगहों से आए छह दमकल वाहनों को पांच घंटे लग गए. इसके बाद सभी दमकल वापस चले गए. लेकिन, सुबह तीन बजे दुकान में लगी आग फिर से सुलग उठी. एक महिला ने देखकर हल्ला किया. इसके बाद ग्रामीण जुटे. फायर ब्रिगेड को फोन किया गया.
बख्तियारपुर से दमकल वाहन पहुंचा. तब दो घंटे तक ऑपरेशन कर आग को बुझाया जा सका. की संध्या चार बजे तक राख से धुआं निकल रहा था. उसे ग्रामीण पानी छिंटकर बुझाने में लगे थे. ताकि, आग फिर से न सुलग उठे.
संध्या सात बजे गली में इस कदर आग की ज्वाला थी कि उसे देख लोगों की हिम्मत जवाब दे गयी. संजय कुमार, दिलीप कुमार, सुकेश कुमार व अन्य लोगों ने डीएम से लेकर फायर ब्रिगेड तक सीओ से लेकर थाना प्रभारी तक को ग्रामीणों ने सूचना दी. आग लगने का वीडियो भी दिया. आनन-फानन में एक के बाद एक दमकल वाहन वहां पहुंचने लगे. उस घर के उत्तर और दक्षिण तरफ से नोजल से आग पर दमकलकर्मियों और ग्रामीणों ने पानी का स्प्रे शुरू किया. आधा घंटा बाद आग की लपटें कुछ कम होने लगीं. डीजल रखें कमरे में आग भयावह थी. उसपर काबू पाया गया. उसके साथ ही शृंगार दुकान में भी पानी का छिड़काव चल रहा था.
उस कमरे में रखे सामान इस कदर जल रहे थे कि उस कमरे में पानी का फब्बारा भी सही से काम नहीं कर रहा था. तीन-चार नोजल लगाकर आग पर काबू पाया गया. चार घंटे बाद भी उस कमरे में जाने की हिम्मत नहीं थी. इसके बाद अंचल अधिकारी नीरज ने उस कमरे का जायजा लिया. इस घटना में हुए नुकसान के बारे में दुकानदार से बात की.