पटना न्यूज़: कलेक्ट्रेट के सभागार में जिले में कृषि विभाग की संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई. उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा के साथ ही टॉप-20 यूरिया बेयर की जांच की समीक्षा की गई.
इसी क्रम में सीवान रैक प्वाइंट के अतिरिक्त मैरवा में भी रैक प्वाइंट की सुविधा शीघ्र हो सके, इसके लिए डीएम के स्तर से पत्राचार करने का निर्देश दिया गया. अध्यक्षता कर रहे डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने पराली जलाने वाले किसानों को चिन्हित करते हुए उनपर नियमानुसार कार्रवाई करने का निदेश दिया. मिट्टी जांच के लिए ग्रामीण स्तर पर निजी मिट्टी जांच प्रयोगशाला स्थापित करने की शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बैठक में गरमा फसलों के आच्छादन की समीक्षा की गई. कृषि विभाग के पदाधिकारियों ने बताया गया कि अबतक जिले में 74 प्रतिशत गरमा फसलों का आच्छादन हो चुका है.
डीएम ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सीओ स्तर पर लंबित 1660 आवेदनों को शीघ्र अग्रसारित करने, ई केवाईसी के लंबित 58601 लाभुकों का शीघ्र ई केवाईसी कराने व एनपीसीआई से खाता लिंक नहीं कराने वाले 64279 लाभुकों का खाता एनपीसीआई से लिंक कराने का निर्देश दिया. डीएम ने कृषि संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान आत्मा, उद्यान व पौधा संरक्षण के कार्यों की समीक्षा की. वहीं कृषि यांत्रिकीकरण बैंक की स्थापना के लिए अनुसूचित जाति ए व अनुसूचित जनजाति का समूह बनवाकर लाभान्वित करने का निर्देश दिया. बैठक में डीडीसी भूपेंद्र प्रसाद यादव, जिला कृषि पधाधिकारी जयराम पाल व कृषि विभाग के सभी पधाधिकारी मौजूद थे.
किसानों के खाते में नही आई सब्सिडी की राशि
सिसवन. प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के गरमा मूंग बीज के अनुदानित किसानों के खाते में अभी तक सब्सिडी की राशि नही आई है. राशि का भुगतान मार्च माह में ही आना था. मगर राशि नही आने से किसान परेशान है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी राज किशोर शर्मा ने कहा कि मार्च में ही अनुदान जाने वाली थी, लेकिन कुछ तकनीकी कारण से सब्सिडी की भुगतान नहीं हो पाई है. हालांकी सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. अप्रैल माह के अंत तक सभी किसानों के खाते में सब्सिडी की राशि की भुगतान कर दी जाएगी.