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बिहार | कुत्तों के काटने की वजह से होने वाले रेबीज रोग से लोगों की मौत के मामलों को 2030 तक समाप्त करने का लक्ष्य विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रखा है. इसके मद्देनजर बिहार में भी रेबीज रोग के नियंत्रण एवं उन्मूलन, इससे होने वाले बचाव और पशुधन के प्राणों की रक्षा करने को लेकर राज्यव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की तरफ से राज्यव्यापी रेबीज रोधी मुफ्त टीकाकरण सह जन-जागरुकता कार्यक्रम का आयोजनत फुलवारीशरीफ स्थित बामेती सभागार में किया गया. विभागीय प्रधान सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि विश्व रेबीज दिवस प्रत्येक वर्ष 28 को मनाया जाता है. सभी जिलों में मुफ्त रेबीजरोधी मुफ्त टीकाकरण और जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मौके पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, पशुपालन निदेशक नवदीप शुक्ला, डॉ. अस्मिता कुमारी, डॉ. मंजू सिन्हा, डॉ. पंकज कुमार और डॉ. विजय कुमार, डॉ. अजीत कुमार, डॉ. सुनील रंजन सिंह, डॉ. रजनी रमण श्रीवास्तव, डॉ. दिवाकर प्रसाद, डॉ. राकेश बिहारी अम्बस्टा मौजूद रहे.
मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन 27 को
बिहार में लोकसभा आम चुनाव के पूर्व होने वाली मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अब 27 अक्टूबर को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा. पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान कोई भी नये मतदाता अपना नाम शामिल कराने, मतदाता सूची में संशोधन, त्रुटियों के निराकरण इत्यादि का कार्य करा सकेंगे. जानकारी के अनुसार भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2024 के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है.
निर्देश के अनुसार पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 17 अक्टूबर 2023 को निर्वाचक सूची का प्रारूप प्रकाशन किया जाना था तथा दावा आपत्ति की अवधि 17 अक्टूबर 2023 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक थी.
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