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भागलपुर। नफरत छोड़ो संविधान बचाओ अभियान की एक बैठक रविवार को मंगला बेन स्मृति उद्योग केंद्र बिहपुर और छोटी आठगमा खरीक में हुई। बैठक की अध्यक्षता क्रमशः उदय और छट्ठू मंडल पूर्व उप मुखिया ने तथा संचालन रविंद्र कुमार सिंह ने की। इस दौरान राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत भागलपुर में भी 75 कि.मी. यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया। 75 कि.मी. यात्रा आजादी के 75 साल के प्रतीक के रूप में लिया गया है। उल्लेखनीय हो कि देश के करीब दो सौ संगठनों ने मिलकर नफरत छोड़ो संविधान बचाओ अभियान चलाने का फैसला लिया है। पहले चरण में जिलों 2 अक्टूबर से कार्यक्रम की शुरुआत हुई जो 10 दिसंबर तक यात्रा के रूप चलेगा। भागलपुर में यह यात्रा पहाड़पुर, नारायणपुर से शुरू होअर खैरपुर, अठगामा, राघोपुर, जहान्वी चौक, सैदपुर तिनटंगा होते हुए कहलगांव पहुंचेगी।
यात्रा के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुई उदय ने कहा कि आजादी आंदोलन में राष्ट्रवाद की नींव पड़ी। उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम भारत का एक स्वर बना आजादी। सभी धर्मावलम्बी, भाषा भाषी, सभी जातियों, छूत अछूत की दूरी मिटाते हुई नफरत कम किया गया। किन्तु आज खान, पान, पहनावा, मान्यता, आस्था और विचार के नाम पर नफरत बढ़ गई है। हमारे नायक, गांधी, अम्बेडकर, भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, नेहरू और पटेल के नाम पर भी नफरत बढ़ाये जा रहे हैं। हमारा संविधान आजादी आंदोलन की उपज है। संविधान में भगत सिंह, गांधी, विवेकानंद, रविंद्र नाथ टैगोर के अरमान छुपे हैं। संविधान सभी के विकास की गारंटी देता है। आज संवैधानिक मूल्य और संविधान बचाने की जरूरत है। बैठक में गौतम कुमार प्रीतम, रंजीत मंडल, सुनील, अनुपम आशीष, शशि भूषण, रोशन, सुधीर, संतोष, और मनोज, प्रिंस, श्याम कुमार आदि ने भी अपनी बातें रखी।
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