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बिहार | सारण सहित सूबे के मेधावी प्रतिभाओं को जेईई मेन और नीट की तैयारी कराने के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा को ले शहर के विशेश्वर सेमिनरी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा का आयोजन किया गया. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्वावधान में आयोजित परीक्षा शांतिपूर्ण एवं सुचारू रूप से संपन्न हो गयी.
परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थियों ने कहा कि मेंटल एबिलिटी के प्रश्न आसान आए थे जबकि मैथ और बायोलॉजी के प्रश्न काफी घुमावदार आये थे. प्रश्नों को हल करने में काफी समय लगने की बात परीक्षार्थियों ने एक स्वर से कहीं. नीट की तैयारी के लिए परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों ने बताया कि कोशिका, बल से संबंधित कई प्रश्न पूछे गए थे. वही जेईई मेन की तैयारी के लिए परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने बताया कि मैथ में न्यूमेरिकल से अधिक प्रश्न पूछे गए थे. ओएमआर शीट पर परीक्षा ली गई परीक्षा समाप्त होने के बाद ओएमआर शीट और प्रश्न पत्र परीक्षार्थियों से से जमा कर लिया गया. बिहार बोर्ड से परीक्षा केंद्र पर भेजे गए अफसरों की देखरेख में ओएमआर व प्रश्न पत्र को सील किया गया.इंजीनियरिंग संवर्ग में 154 तो मेडिकल संवर्ग में 81 परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा केंद्र पर सीटिंग प्लानिंग की गई थी ,लेकिन छह परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे. कुल 229 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी. विशेश्वर सेमिनरी स्कूल के केंद्राधीक्षक डॉ रविकांत सिंह ने बताया कि बिहार बोर्ड से मिले दिशा निर्देश के मुताबिक परीक्षा संपन्न कराई गई. परीक्षा की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी. समुचित संख्या में पुलिस बल की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी.
लिखित परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर होगा चयन कोचिंग के लिए परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का लिखित परीक्षा में आये अंक व इंटरव्यू के आधार पर अंतिम रूप से चयन किया जायेगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कहा है कि 2025 में आयोजित किये जाने वाले इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए दो वर्षीय कोचिंग प्रोग्राम राज्य के नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों में शुरू किया गया है.यह निशुल्क किया जायेगा.विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार किसी भी विद्यालय का चयन कर सकते हैं, जो प्रमंडल मुख्यालय में कोचिंग के लिए चिह्नित किये गये हैं. सारण प्रमंडल में विशेश्वर सेमिनरी स्कूल का चयन इस प्रोग्राम के लिए किया गया है.
अभिभावकों ने बोर्ड के प्रयासों को सराहा
अपने लाडलो को डॉक्टर - इंजीनियर बनाने की लालसा के साथ परीक्षा केद पर बच्चों के साथ आए अभिभावकों ने बिहार बोर्ड के प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड के निर्णय से आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी. साथ ही मेधावी बच्चों के सपनों को पंख लगने भी परेशानी नहीं होगी.
Tagsमेंटल एबिलिटी के प्रश्न आसान तो मैथ- बायोलॉजी के रहे घुमावदारQuestions of mental ability were easy but those of Math-Biology were complex.ताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारTaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsHindi NewsToday's NewsNew News
Harrison
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