बिहार
छठ घाटों पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चलाया जाएगा जन-जागरूकता अभियान
Shantanu Roy
28 Oct 2022 6:12 PM GMT
x
बड़ी खबर
किशनगंज। जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से संबंधित कार्यक्रम को जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार की गतिविधियां डीएम श्रीकांत शास्त्री के आवश्यक दिशा-निर्देश में निरंतर चलाई जा रही हैं। ताकि पात्र लाभार्थियों का कार्ड बनाया जा सके। इसी संदर्भ में बिहार स्वास्थ्य समिति के उप सचिव सह प्रशासी पदाधिकारी अमिताभ सिंह ने पत्र जारी कर जिले के सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। विदित हो कि जिले में छठ महापर्व के दौरान अधिकाधिक प्रवासी परिवार के साथ त्यौहार मनाने आते हैं। ऐसे में छठ महापर्व के दौरान 26 अक्टूबर से 9 नवंबर तक जिले में प्रचार प्रसार कर पात्र लाभार्थियों का अधिक से अधिक कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पत्र के अनुसार सभी प्रखंडों व पंचायतों में माइकिंग, सभी छठ घाटों पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का बैनर पोस्टर तथा सूचीबद्ध अस्पतालों के लिस्ट का प्रचार-प्रसार करना है। वहीं इसके अलावा माइकिंग के जरिए प्रचार-प्रसार का जियो टैग कर 15 नवंबर तक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
गौरतलब हो कि जिले में 10 लाख 39 हजार 262 गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में अभी तक 1 लाख 68 हजार के आसपास आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। वही 80889 परिवारों को कुल लक्ष्य 217430 परिवार के आलोक में कार्ड निर्गत किया गया है तथा जिले में अब तक कुल 10 हजार से अधिक लाभुक ने इसका लाभ उठाया है। आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार पंकज कुमार ने बताया आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से केंद्र सरकार गरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना चाहती है। आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहा जाता है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज किया जाता है।
जिला आईटी मैनेजर पंकज कुमार ने बताया कि वर्ष 2011 में सामाजिक, आर्थिक, जाति जनगणना हुआ था। जिसमें पात्रता के आधार पर लाभार्थी की सूची भारत सरकार के द्वारा ही तैयार की गयी है। सुरक्षा योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। आयुष्मान भारत योजना के जो लोग लाभार्थी हैं वह सीएससी सेंटर पर जाकर कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। कार्ड की पात्रता के लिए नए परिवार का नाम नहीं जुड़ सकता है, परंतु जिस परिवार का नाम सूची में है और उनके यहां उनके परिवार के नए सदस्य का नाम जोड़ा जा सकता है। जैसे शादी होने के बाद पत्नी बच्चे का नाम जोड़ा जा सकता है। जिला आईटी मैनेजर पंकज कुमार ने बताया नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत देश के डिजिटल स्वास्थ्य ढांचे को एकत्रित किए जाने का एक प्रयास है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत सरकार द्वारा कई ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जिसके माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार आए। हेल्थ आईडी कार्ड भी नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का एक हिस्सा है। जिसके माध्यम से सभी मरीज का स्वास्थ्य संबंधित डाटा इस आईडी कार्ड में डिजिटल स्टोर किया जाएगा।
Next Story