पटना न्यूज़: पटना विश्वविद्यालय में आईक्यूएससी की बैठक कुलपति प्रो. गिरीश चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आईक्यूएससी के पिछली बैठक की कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की गई. कुलपति ने शोध प्रकाशन को बढ़ावा देने के लिए पटना विश्वविद्यालय द्वारा किए गए प्रयासों का वर्णन किया. ताकि अगले एनएएसी चक्र में बेहतर ग्रेड प्राप्त किया जा सके. उन्होंने बताया कि संकाय सदस्यों को कुल 94 शोध परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं, जो पटना विश्वविद्यालय द्वारा वित्त पोषण के लिए विचाराधीन हैं.
उन्होंने पटना विश्वविद्यालय में नए प्रशासनिक और शैक्षणिक ब्लॉक के निर्माण के माध्यम से बुनियादी ढांचे में वृद्धि के प्रयासों और प्रगति के बारे में बात की. बैठक साइंस ब्लॉक, लड़कियों के लिए हॉस्टल और ऑडिटोरियम की जरूरत पर चर्चा हुई. विवि परिसर का ग्रीन ऑडिट करने पर मंथन हुआ. शैक्षणिक, खेल और गतिविधि कैलेंडर जारी किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया.
सभी विभागों की प्रयोगशालाओं को अद्यतन करने के बारे में जानकारी ली गई. वहीं पुस्तकों और पत्रिकाओं की खरीद पर सहमति बनी. डिजिटल सहायक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से दिव्यांगों को सहायता प्रदान करना जिसमें अनुकूलित डेस्कटॉप कंप्यूटर शामिल हैं.
पद्मश्री एसएस अस्पताल, कंकड़बाग के निदेशक डॉ. जेके सिंह ने अगले नैक चक्र के लिए जाने से पहले पटना विवि द्वारा की गई पहल पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले चक्र में पटना विश्वविद्यालय को बेहतर स्कोर मिलेगा. एजेंडा आईक्यूएसी पटना विश्वविद्यालय के निदेशक प्रोफेसर बीरेंद्र प्रसाद ने प्रस्तुत किया. बैठक में प्रति कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह, प्रो. डॉली सिन्हा सहित कई पदाधिकारी और प्राचार्य मौजूद थे.