
बिहार : बिहार में इन दिनों एक अधिकारी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इन दिनों अपनी 'कार्रवाई' को लेकर चर्चा में हैं. वहीं, शिक्षा विभाग में भी उनका खौफ साफ नजर आ रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इन दिनों लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है. इससे शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। इसी क्रम में केके पाठक ने गुरुवार को सीवान और सारण जिले के कई स्कूलों का निरीक्षण किया. उनके निरीक्षण में साफ-सफाई न मिलने पर शिक्षक नाराज हो गये। हुआ यूं कि पाठक सारण के हाई स्कूल परसा स्कूल पहुंचे. गंदगी देख वे बिफर पड़े। कक्षाओं में गंदगी देख केके पाठक ने प्रधानाध्यापक जय शंकर प्रसाद गुप्ता को स्वयं कमरों की सफाई करने का निर्देश दिया. वहीं विज्ञान प्रयोगशाला में धूल की मोटी परत देख विज्ञान शिक्षक मुकेश कुमार वर्मा को कड़ी फटकार लगायी. इतना ही नहीं उनका तीन दिन का वेतन काटने का निर्देश डीइओ को दिया गया. इस अवसर पर केके पाठक ने कहा कि विद्यालयों में प्रयोगशाला एवं खेल सामग्रियों का उपयोग हर हाल में होना चाहिए. जिन विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति कम थी, वहां के शिक्षकों को सख्त निर्देश दिये गये. उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों की उपस्थिति 75 प्रतिशत नहीं होगी उन्हें मैट्रिक परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित कर दिया जायेगा. इसके अलावा सभी उच्च विद्यालयों में 20-20 कंप्यूटर युक्त लैब स्थापित करने का निर्देश दिया. सीवान जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र डायट में प्रशिक्षुओं की समस्या को देखते हुए प्राचार्य राहुल पटेल को सभी कमरों में एसी लगाने को कहा गया.