बिहार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के 83 लाख किसानों के बैंक खाते में डाले दो हजार रुपए, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने जताया आभार

Renuka Sahu
2 Jan 2022 6:20 AM GMT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के 83 लाख किसानों के बैंक खाते में डाले दो हजार रुपए, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने जताया आभार
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फाइल फोटो 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत बिहार के 83 लाख 53 हजार 270 किसानों के बैंक खाते में दो-दो हजार रुपये के हिसाब से कुल 16 अरब 70 करोड़, 65 लाख 40 हजार रुपये जमा कराए गए।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत बिहार के 83 लाख 53 हजार 270 किसानों के बैंक खाते में दो-दो हजार रुपये के हिसाब से कुल 16 अरब 70 करोड़, 65 लाख 40 हजार रुपये जमा कराए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत वेब कास्टिंग के माध्यम से देश के 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के खाते में अगली किस्त के रूप में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई।

इस मौके पर कृषि मंत्री, बिहार अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बामेती, पटना में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में भाग लिया। कृषि मंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान निधि (पीएम-किसान) देश के सभी रैयत किसानों के परिवारों को आय सहायता प्रदान करने की दृष्टि से केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है। योजना का मुख्य लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस योजना पर खर्च होने वाली शत-प्रतिशत राशि केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। यह योजना वर्ष 2018-19 के 01 दिसंबर से लागू की गई थी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में तीन बार दो-दो हजार रुपये, कुल छह हजार रुपये किसानों को दिया जाता है। जो किसान प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से जिस समय से जुड़ते हैं, उस समय से उस वित्तीय वर्ष की शेष आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
कृषि विभाग के विशेष सचिव रवींद्रनाथ राय, निवर्तमान कृषि निदेशक राजीव रौशन व कृषि निदेशक सावन कुमार, निदेशक उद्यान नंद किशोर, संयुक्त निदेशक, उद्यान आभांशु सी जैन, निदेशक, बसोका सुनील कुमार पंकज, उप निदेशक (शष्य) राजेंद्र कुमार वर्मा विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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