बिहार

राष्ट्रपति का बिहार दौरा हुआ समाप्त, लौटे दिल्ली

Gulabi
22 Oct 2021 11:12 AM GMT
राष्ट्रपति का बिहार दौरा हुआ समाप्त, लौटे दिल्ली
x
राष्ट्रपति का बिहार दौरा हुआ समाप्त

धानसभा के शताब्दी समारोह में शिरकत करने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बिहार दौरा समाप्त हो गया है. वो तीन दिनों की बिहार दौरे को पूरा करने के बाद वापस दिल्ली लौट गए हैं. इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को पटना सिटी स्थित हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा पहुंचे.यहां उन्होंने सपरिवार मत्था टेका. इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की तरफ से उन्हें शॉल और स्मृति चिह्न के रूप में दशमेश गुरू की तस्वीर प्रदान की गई.


इसके बाद राष्ट्रपति का काफिला पटना स्टेशन स्थित महावीर मंदिर पहुंचा. जहां महामहिम ने मंदिर में जाकर भगवान महावीर के दर्शन किए. इस दौरान राष्ट्रपति को महावीर मंदिर के संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने लाल गुलाब देकर उनका स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने फर्स्ट लेडी के साथ भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की. यहां आचार्य किशोर कुणाल ने उन्हें केसरिया के राम मंदिर की स्मृति चिह्न और रामचरित मानस भेंट की. महावीर मंदिर में पूजा करने के बाद राष्ट्रपति बुद्ध स्मृति पार्क पहुंचे और यहां उन्होंने समय बिताया. बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति के मिनट टू मिनट कार्यक्रम में खादी मॉल और बुद्द स्मृति पार्क का शेड्यूल नहीं था.

खादी खादी मॉल पहुंचे राष्ट्रपति
रामनाथ कोविंद यहां से यहां से सवा 10 बजे पटना के प्रसिद्ध खादी खादी मॉल पहुंचे जहां बिहार सरकर के उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन नें फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया. यहां राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को खादी का माला पहनाया, इसके बाद उन्होंने चरखा चलाया और सूत काटी. राष्ट्रपति ने खादी मॉल में खरीददारी भी की. यहां उन्होंने अपने लिए कुर्ता पायजामा और पत्नी बेटी के लिए सिल्क की साड़ियां खरीदी. यहां राष्ट्रपति को उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन ने भगवान बुद्ध और मिथिला पेंटिंग भेंट की.

सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम
राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया था. बिहार पुलिस के जवान सुबह से ही ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने में लगे रहे. बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति का पहले महावीर मंदिर जाने का कार्यक्रम था लेकिन लेकिन ऐन मौके पर कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव करते हुए पहले वो गुरुद्वारा गए.
Next Story