वर्ग संचालन व छात्रों की उपस्थिति पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू
मुंगेर: मुंगेर विश्वविद्यालय अपने कॉलेजों में वर्ग संचालन और विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने को लेकर राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर शिकंजा कसने की तैयारी में लग गया है. जिसे लेकर अब विश्वविद्यालय के अधिकारी प्रत्येक सप्ताह में तीन दिन कॉलेजों का निरीक्षण करेंगे. साथ ही इसकी रिर्पोट विभाग को भेजेंगे. जिसे लेकर खुद उच्च शिक्षा विभाग निदेशक रेखा कुमारी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है. वहीं इसे लेकर विश्वविद्यालय ने अपने अधिकारियों को कॉलेज तक निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसके अनुसार संबंधित पदाधिकारी उक्त कॉलेज का निरीक्षण करेंगे.
गौरतलब है कि 9 अगस्त को पटना में हुए उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुंगेर विश्वविद्यालय के अधिकारियों को कॉलेजों में नियमित वर्ग संचालन शुरू करने तथा विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के साथ कॉलेजों में प्रयोगशालाओं और लाइब्रेरी में सुधार लाने का निर्देश दिया है. वहीं उच्च शिक्षा निदेशक से इस संबंध में पत्र प्राप्त होने के बाद अब विश्वविद्यालय प्रशासन अपने अधिकारियों के लिए कॉलेज निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. जिसमें मुंविवि के अधिकारियों को एक या दो कॉलेज दिये जायेंगे. जिनका सप्ताह में तीन दिन उक्त अधिकारी निरीक्षण करेंगे. साथ ही निरीक्षण के पहले और बांकी दिनों के निरीक्षण के दौरान कॉलेजों की तस्वीर सहित पूर्ण रिर्पोट विश्वविद्यालय को उपलब्ध करायेंगे. जबकि कॉलेजों में प्रयोगशालाओं और लाइब्रेरी को सुचारू रूप से शुरू करने को लेकर विश्वविद्यालय ने पहले ही अपने सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है.
कम विद्यार्थियों की उपस्थिति वाले कॉलेजों का होगा विलय उच्च शिक्षा विभाग की बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने को लेकर आवश्यक कदम उठाये जाएं . जिन कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या नहीं बढ़ती है या लगातार घटती है. उस कॉलेजों का विलय कर दिया जायेगा. इतना ही नहीं अपर मुख्य सचिव ने पूर्व में ही विश्वविद्यालय को जिन संबद्ध कॉलेजों में दो या दो से अधिक शिक्षक या कर्मी लगातार अनुपस्थित पाये जाते हैं. उन कॉलेजों की स्थिति में सुधार करने अन्यथा उन कॉलेजों के संबंधन को समाप्त करने के लिए विभाग को अनुशंसा करने का निर्देश दिया है.