बिहार

झारखंड में श्रावणी मेला की तैयारी हो गई शुरू

Admin Delhi 1
17 April 2023 6:52 AM GMT
झारखंड में श्रावणी मेला की तैयारी हो गई शुरू
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भागलपुर न्यूज़: इस बार आठ सप्ताह का सावन होगा. अधिमास के चलते दो माह तक सावन रहेगा. सावन 4 जुलाई से शुरू होगा और 31 अगस्त को समाप्त होगा. भागलपुर में सावन मास का बड़ा महत्व है.

विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में सुल्तानगंज की महत्ता बड़ी है. शिव भक्त कांवरिया सुल्तानगंज से उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान के बाद यहां के गंगाजल से देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते हैं.श्रावणी मेला को लेकर देवघर में दो बार बैठक हो चुकी है. देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पिछली बार की तरह ही इस बार वीआईपी पूजा नहीं होने का निर्देश दिया. साथ ही कांवरियों की संभावित भीड़ को लेकर सुरक्षा व्यवस्था, निशुल्क पानी, बिजली, साफ-सफाई आदि बुनियादी सुविधाओं पर संबंधित अधिकारियों को मास्टर प्लान बनाने का निर्देश दिया, लेकिन भागलपुर में अबतक इस पर चर्चा भी नहीं हुई है.

पिछली बार मंत्री ने कच्ची सड़क का बायपास बनाने की घोषणा की थी भागलपुर में श्रावणी मेला की तैयारी अक्सर अंतिम समय में होता है. इससे आनन-फानन में कांवरियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. जो मेला आरंभ होने से लेकर अंत होने तक आधी-अधूरी ही रहती है. इस बार 8 सोमवार पड़ रहा है. जाहिर है कि दो माह तक कांवरियों का सैलाब भागलपुर, मुंगेर व बांका जिले में रहेगा. बिहार के इन तीन जिलों में तैयारी को लेकर बैठक तक नहीं हुई. पिछली बार पथ निर्माण विभाग ने कच्ची कांवरिया पथ पर सफेद बालू बिछा दिया था. जो धूप में तपने से कांवरियों के लिए कष्टदायक हो गया. इस पर लाखों रुपये खर्च हुए. पिछली बार तत्कालीन मंत्री नितिन नवीन ने मेला आरंभ होने से पहले सुल्तानगंज घाट से सड़क मार्ग द्वारा दुम्मा तक की तैयारी का निरीक्षण किया था. उन्होंने घोषणा की थी कि सीढ़ी और नमामि गंगे घाट से धांधी बेलारी जाने के लिए कच्ची सड़क का बायपास बनाया जाएगा, लेकिन घोषणा अमल में अबतक नहीं आया. अभी भी धांधी बेलारी तक जाने के लिए कंक्रीट रोड ही सहारा है.

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