मधुबनी: राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराने में एलएनएमयू के कई प्रीमियर कॉलेज पीछे चल रहे हैं. मधुबनी व बेगूसराय जिले के प्रीमियर कॉलेज अब तक अगले चरण के नैक मूल्यांकन के लिए एनुअल क्वालिटी एश्योरंस रिपोर्ट (एक्यूएआर) भी अपलोड नहीं कर सके हैं. इस मामले में दरभंगा के कॉलेज सबसे आगे चल रहे हैं.
मधुबनी के प्रीमियर कॉलेज माने जाने वाले आरके कॉलेज का वर्ष 2021-22 का एक्यूएआर अपलोड नहीं हुआ है. इस कॉलेज का अब तक दो बार नैक मूल्यांकन हो चुका है. वैधता समाप्त है. एक्यूएआर अपलोड करने की समय सीमा बार-बार बढ़ाए जाने के बाद भी तीसरे चरण के नैक मूल्यांकन के लिए एक्यूएआर अपलोड करने में यह कॉलेज अब तक पीछे है. बेगूसराय के प्रीमियर कॉलेज कहे जाने वाले जीडी कॉलेज की स्थिति अधिक चिंताजनक है. इस कॉलेज का वर्ष 2018-19 से ही एक्यूएआर लंबित चल रहा है. तीसरे चरण के नैक मूल्यांकन के लिए जीडी कॉलेज को चार वर्षों का एक्यूएआर अपलोड करना है. बता दें कि इन दोनों कॉलेजों में पीजी तक की पढ़ाई होती है. एलएनएमयू अंतर्गत पीजी में सबसे अधिक 16 विषयों की पढ़ाई जीडी कॉलेज में होती है. यहां पीजी में सर्वाधिक 3990 सीटें उपलब्ध हैं. वहीं, आरके कॉलेज में भी 14 विषयों में पीजी की पढ़ाई होती है और यहां पीजी में 2990 सीटें उपलब्ध हैं.
दरभंगा के प्रीमियर कॉलेज इस मामले में आगे चल रहे हैं. सीएम साइंस कॉलेज तीसरे चरण के नैक मूल्यांकन के लिए एक्यूएआर अपलोड कर एक कदम आगे बढ़ते हुए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) भी अपलोड कर चुका है. अब नैक पीयर टीम के आगमन का रास्ता साफ है. वहीं, सीएम कॉलेज में भी एसएसआर अपलोड करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. समस्तीपुर के समस्तीपुर कॉलेज का भी तीसरे चरण के नैक मूल्यांकन के लिए एक्यूएआर अपलोड हो चुका है