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औरंगाबाद। पुलिस सप्ताह मना रही बिहार पुलिस का औरंगाबाद में एक बार फिर खौफनाक चेहरा दिखा है। पुलिस ने दबंगई दिखाते हुए एक दंपत्ति को बेरहमी से पीटा है। एक पीड़िता चार माह की गर्भिणी है। पिटाई से दोनों को गंभीर अंदरूनी चोटे आई है। दोनों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इलाज के बाद दोनों की हालत खतरे से बाहर है। बताया जा रहा है कि दंपत्ति का कसूर सिर्फ इतना था कि दोनों ही एक लड़की को बिहार मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा दिलाने आए थे। जिस लड़की को वे परीक्षा दिलाने आए थे, वह लड़की महिला की बहन थी। दोनों मंगलवार को लड़की को परीक्षा के अंतिम दिन प्रथम पाली में संस्कृत की परीक्षा दिलाने शहर के अनुग्रह मेमोरियल परीक्षा केंद्र आए थे, जहां पुलिस ने यह कांड कर दिया। पुलिस द्वारा की गई बेरहम पिटाई से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगो के सहयोग से आनन फानन में दोनों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद दोनों की हालत अब खतरे से बाहर है।
पीड़ितों की पहचान गया जिले के आंती थाना के राजा बिगहा निवासी अजीत कुमार और उसकी पत्नी खुशी कुमारी के रूप में की गई है। सदर अस्पताल में इलाज करा रहे अजीत ने बताया कि देव थाना के केताकी में उसका ससुराल है। ससुराल में 23 फरवरी को मेरे एक साले की शादी है। इसी शादी में शामिल होने दोनों केताकी आएं हुए है। उन्हे शादी के लिए मार्केटिंग करने आज ही औरंगाबाद आनेवाले थे। ससुराल से ही प्रिया कुमारी रोज मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा देने औरंगाबाद आ रही थी। लिहाजा मंगलवार को साली को भी साथ लेकर वह औरंगाबाद चला आया। औरंगाबाद आकर वह अपनी साली को अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया। साली परीक्षा देने परीक्षा केंद्र के अंदर चली गई और वह पत्नी के साथ परीक्षा केंद्र के बाहर रह गया।
इस दौरान परीक्षा केंद्र के गेट से कुछ दूरी पर खड़े होकर वह अपनी पत्नी को एक वीडियो दिखा रहा था। यह देखकर गेट के अंदर से एक पुलिसकर्मी आ धमका और भद्दी गाली देते हुए कहा कि चोरी कराने के लिए यहां खड़ा हैं। अभी बताते है, यह कहते हुए वह पुलिसकर्मी उसे गेट पर ही पीटते हुए गेट के अंदर ले गया और जमकर बेरहमी से पीटा। यह देख उसकी पत्नी खुशी भी गेट के अंदर घुस गयी और वह बीच में आकर उसका बचाव करने लगी। बीच-बचाव करने पर पुलिसकर्मी ने महिला का जरा भी ख्याल नही रखा और पत्नी को भी बेरहमी से पीट दिया। पत्नी को पीट रहे पुलिसकर्मी ने उसके पेट को उभरा देख गर्भवती होने का भी ख्याल नही किया और जमकर पीटा, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गई जबकि वह भी पुलिस की पिटाई से बेदम होकर वही पर लुढ़क पड़ा। मौके पर मौजूद लोगो ने आनन फानन में दोनो को औरंगाबाद सदर अस्पताल लाकर इलाज के लिए भर्ती कराया।
अस्पताल में इलाज कराने के दो घंटे बाद पत्नी को होश आया और जब डॉक्टरों ने यह बताया कि पत्नी के चार माह के गर्भ को कोई नुकसान नही पहुंचा है और वह सुरक्षित है। तब जाकर उसके जान में जान आई। कहा कि पुलिस की पिटाई से उसका थोबड़ा सुजकर काला हो गया है और पूरा शरीर दर्द कर रहा है। हालांकि डॉक्टरों ने इलाज के बाद हालत खतरे से बाहर होने पर दंपत्ति को अस्पताल से छुट्टी दे दी है। पुलिस को पब्लिक फ्रेंडली बनाने और पुलिस-पब्लिक के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के उदेश्य से बिहार में पुलिस के जन जन की ओर बढ़ते कदम के स्लोगन के साथ मनाये जा रहे पुलिस सप्ताह के दूसरे दिन घटी इस घटना से लोग पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर से सवालिया निशान खड़ा कर रहे है।
वही मामले की जानकारी मिलने पर जब घटनास्थल अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज परीक्षा केंद्र के गेट पर जाकर वहां तैनात पुलिसकर्मियों से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर से कहा कि यहां ऐसी कोई घटना हुई ही नही है। वही गेट पर ही मौजूद कई अभिभावकों ने नाम नही छापने के शर्त पर कहा कि घटना सही है और पुलिस ने दंपत्ति को बेरहमी से पीटा है। वही मामले को लेकर जब औरंगाबाद की एएसपी सह सदर एसडीपीओ स्वीटी सहरावत से पक्ष लेने के लिए उनके मोबाइल पर कॉल किया गया तो उनके द्वारा कॉल पिक नही किया गया।
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