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पटना (आईएएनएस)| बिहार में किसी संत, महात्मा का प्रवचन हो या मटन-चावल का भोज, उस पर सियासत नहीं हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। इस बार जदयू के मटन चावल भोज पर सियासी बयानबाजी अब अदालत तक पहुंच गया है।
दरअसल, यह पूरा मामला मुंगेर का है, जहां जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं के लिए मटन-चावल भोज का आयोजन किया था। इस आयोजन में भीड़ अधिक हो गई तो पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
इस भोज में पुलिस द्वारा लाठी चलाए जाने के बाद इस पर मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा की भी नजर पहुंच गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि इस पार्टी में मटन-चावल के अलावा शराब भी बांटी गई। उन्होंने इसकी जांच कराने की बात कही।
इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने इस भोज को लेकर कहा कि मुंगेर के लोगों की शिकायत है कि जिस दिन इस भोज का आयोजन किया गया, इस दिन के बाद लावारिस कुत्तों की संख्या कम हो गई है।
भाजपा ने वोट के लिए भोज करने का आरोप लगाया था। इस पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि वे छुटभैये को जवाब नहीं देते हैं।
ललन सिंह ने कहा कि मुंगेर जिला जदयू अध्यक्ष ने सम्राट चौधरी को नोटिस भेजा है, वह उसका जवाब दें। कानून की प्रक्रिया होती है। उसी के तहत जिला अध्यक्ष ने नोटिस दिया है। जवाब नहीं दिए जाने पर कानूनी कारवाई करने की चेतावनी भी दी।
इस बीच, जदयू के प्रदेश सचिव संतोष साहनी ने बुधवार को मुंगेर की अदालत में सम्राट चौधरी के खिलाफ परिवाद पत्र दायर किया।
मुंगेर में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के यहां भारतीय दंड विधान की धारा 504, 505 के तहत आरोप लगाया गया है कि भाजपा अध्यक्ष द्वारा अनर्गल बयानबाजी ओछी राजनीति का हिस्सा है। इस मामले की अगली सुनवाई 22 मई को होगी।
इधर, सम्राट चौधरी कहते हैं कि ऐसी धमकी से वे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे विपक्ष का कर्तव्य निभाते रहेंगे।
बहरहाल, इस मटन चावल पर जिस तरह सियासत हो रही है, उससे साफ है कि जल्द यह सियासत थमने वाली नहीं है।
--आईएएनएस
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