नवादा। जिले के रामगढ़ बलोखर गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान ग्रामीणों ने खुद के साथ जमकर मारपीट करने का आरोप लगा दिया। ग्रामीण का कहना था कि पुलिस को शराब नहीं मिली तो पुलिस ने पिटाई कर दिया। एक दर्जन लोग नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती है। ये छापेमारी शनिवार रात को की गई थी। पूरे घर की तलाशी ली जाती है लेकिन कहीं पर भी पुलिस को कोई भी शराब बरामद नहीं होता उसके बाद 10 से 15 लोगों पर पुलिस के द्वारा लाठी बरसा कर जमकर पिटाई की जाती है।
जिसके बाद रविवार को सभी लोगों को नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही गांव के घायलों में मुकेश कुमार, राकेश कुमार, चंदन मांझी, विरंची मांझी, सरयुग मांझी, नरेश मांझी, राहुल कुमार, सुखदेव मांझी, सुमन मांझी एवं रामानंद मांझी शामिल है। घायल रामानंद मांझी ने बताया कि उत्पाद पुलिस रामगढ़ बलोखर गांव में छापेमारी करने पहुंची। उस समय हमलोग सभी अपने-अपने घर में सोए हुए थे। उत्पाद पुलिस जबरन सभी के घरों का दरवाजा खुलवाकर गहनता से तलाशी ली, लेकिन किसी भी घर से शराब नहीं बरामद हुआ। शराब बरामद नहीं होने पर पुलिस ने महादलित परिवारों के साथ मारपीट करने लगी। ग्रामीणों का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने कई घरों से नगद समेत अन्य सामान भी लूट लिया। वही उत्पाद इंस्पेक्टर आदित्य कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत है। पुलिस छापेमारी करने जरूर गई थी, लेकिन शराब बरामद नहीं होने पर बैरंग वापस लौट गई।