पटना: बहादुरपुर स्थित लाल ज्वेलर्स में लूटपाट और सब्जी बेचने वाली महिला को गोली मारने की घटना के बाद पुलिस ने छानबीन तेज कर दी है. सूत्रों की मुताबिक स्थानीय लुटेरों पर ही वारदात को अंजाम देने का शक है. पुलिस ने की रात बहादुरपुर और सुल्तानगंज सहित अन्य इलाकों में छापेमारी की. दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.सूत्रों की मानें तो तफ्तीश में पता चला है कि लुटेरे सुबह से ही जेवर दुकान की रेकी कर रहे थे. इसके बाद मौका हाथ लगते ही उन्होंने घटना को अंजाम दे डाला. पुलिस को उसी गिरोह पर शक है, जिसने गौरीचक में लूटपाट की थी. डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस इस वारदात की जांच कर रही है. बकौल पुलिस कप्तान जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.बहादुरपुर में गश्ती व्यवस्था ढीली बहादुरपुर जैसे व्यस्त इलाके की गश्ती व्यवस्था ढीली पड़ गई है. लाल ज्वेलर्स में हुई लूटपाट की घटना के बाद पुलिस चौकसी पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो अगर की शाम पुलिस इलाके में चौकस रहती तो अपराधी जेवर दुकान में लूटपाट नहीं कर पाते.
मोबिल का चकमा दे कार से रुपये से भरा बैग उड़ाया
बदमाशों ने कोतवाली क्षेत्र के डाकबंगला चौराहे के समीप से कार से नकदी व महत्वपूर्ण कागजात के भरा बैग उड़ा लिया. कार से मोबिल गिरने का चमका देकर उचक्कों ने वारदात को अंजाम दिया. इस संबंध में कोतवाली थाने में दो को केस दर्ज किया गया. आरा गार्डन के कृष्णा कुमार बेटी को कोचिंग से लाने डाक बंगाल चौराहे के समीप पहुंचे, एक शख्स ने मोबिल चूने की बात कही. नीचे देखने लगे, तभी बदमाशों ने उनकी कार में रखा बैग में 42 हजार और जरूरी कागजात और मुहर इत्यादि थे.
घटना के वक्त कृष्णा कुमार को बैग गायब होने का पता नहीं चला. बाद में याद आने पर पीड़ित ने बैग गायब होने की शिकायत थाने में की. थानेदार ने बताया कि आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.