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पिपरा थाना क्षेत्र के कटैया निवासी बिट्टू हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन किया है। इसके साथ ही हत्या के मास्टरमाइंड और उसके तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है
सुपौल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पिपरा थाना क्षेत्र के कटैया निवासी बिट्टू हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन किया है। इसके साथ ही हत्या के मास्टरमाइंड और उसके तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सदर एसडीपीओ कुमार इन्द्र प्रकाश ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
आपको बता दे कि 11 अक्टूबर को पिपरा थाना क्षेत्र के कटैया से पुलिस ने बिट्टु की लाश को बरामद किया था, जिसके बाद से पुलिस लगातार मामले की छानबीन में जुटी हुई थी। वहीं अब इस पूरे मामले में सदर एसडीपीओ कुमार इन्द्र प्रकाश ने बताया कि मृतक बिट्टु की शादी रंजना कुमारी से हुई थी, लेकिन बिट्टु का एक नर्तकी से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो शादी के बाद भी चलता रहा। इस कारण बिट्टु और पत्नी रंजना के बीच दूरियां बनी रही। दूसरी ओर बिट्टु का दोस्त अविनेश का बिट्टु के घर आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान रंजना और अविनेश की नजदीकियां बढ़ी। दोनो में मोबाइल पर घंटों बातचीत होने लगी और दोनो का प्रेम संबंध परवान चढ़ने लगा। एक तरफ बिट्टु का नर्तकी से प्रेम परवान पर था। दूसरी ओर उसकी पत्नी और उसके दोस्त का भी प्रेम परवान पर था। इस बीच बिट्टु ने नर्तकी से गुपचुप तरीके से शादी रचा ली और उसे अपने घर ले आया, जिसके बाद परिवार में काफी विवाद हुआ। इसके बाद नर्तकी पिपरा बाजार में किराए पर कमरा लेकर बिट्टु के साथ रहने लगी। इधर बिट्टु और नर्तकी के संबंधों में कुछ समय के बाद दरार भी आई और नर्तकी ने बिट्टु के खिलाफ सुपौल महिला थाने में आवेदन दे दिया। हालांकि इसके बाद फिर से दोनों सारी बातों को भूल कर एक हो गए। जिसके बाद बिट्टु कमाने के लिए दिल्ली चला गया। जहां उसके साथ नर्तकी भी गई।
बोरे में बंद कर मिट्टी में शव को दफनाया
बिट्टु और नर्तकी नवरात्र के मौके पर 04 अक्टूबर को घर लौटे थे। इधर, बिट्टु की गैर हाजिरी में अविनेश और रंजना में काफी करीब आ चुके थे। दोनों के बीच की सारी दूरियां खत्म हो चुकी थी, लेकिन अचानक बिट्टु के लौट आने से दोनो को परेशानी होने लगी, जिसके कारण परेशान होकर अविनेश ने बिट्टु को रास्ते से हटाने के लिए अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर साजिश रचा। इसी साजिश के तहत 08 अक्टूबर की शाम करीब 07:30 बजे अविनेश ने बिट्टु को घर के बगल में शराब पीने के लिए बुलाया। जहां सबकुछ से अंजान बिट्टु पहुंचा, जिसे पहले तो अविनेश ने कुरकुरे के साथ नेपाली सोफिया शराब पिलाया। इसके बाद पीछे से उसके सिर पर लोहे के रड से प्रहार कर बेहोश कर दिया और अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर पैर की नस काटी, सिर पर चाकू से हमला किया। इसके बाद बिट्टु का गला काट दिया। जिसके बाद साथियों संग मिल कर उसके शव को बोरे में बंद कर सहरसा बड़ी उपशाखा नहर में साईफन के नजदीक मिट्टी के नीचे दबा दिया।
काॅल डिटेल से खुला राज
वहीं बिट्टु के घर नही लौटने पर परिजन उसकी खोजबीन करने लगे। इस दौरान अविनेश, बिट्टु के परिवार का हमदर्द बन कर उनकी मदद करने का ढोंग करने लगा। इसके बाद 11 अक्टूबर की सुबह नहर से बिट्टु की लाश मिलने के बाद भी अविनेश परिवार का हमदर्द बना रहा और सांत्वना देने के बहाने प्रेमिका रंजना से मिलता रहा। इसी दौरान मृतक बिट्टु की पत्नी रंजना कुमारी के आवेदन के आधार पर 12 अक्टूबर को पिपरा पुलिस ने चार लोगों पर केस दर्ज किया, जिसमें रंजना ने नर्तकी को भी आरोपी बनाया था। इसके बाद पुलिस ने नर्तकी और उसके बहनोई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया, लेकिन कोई सफलता नही मिली। इधर तफ्तीश में घटना स्थल से हत्या में प्रयुक्त चाकू, शराब की खाली बोतले, कुरकुरे के पैकेट बरामद किए गए। दूसरी ओर पुलिस के जांच में पता चला कि मृतक की पत्नी अविनेश के नाम पर निकाली गई सिम को यूज कर रही है, जिसके बाद पुलिस ने दोनो का काॅल डिटेल निकाला। दोनो में एक ही दिन में कई-कई बार घंटों तक बातचीत का सिलसिला चल रहा था। इसके आधार पर पुलिस ने अविनेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया और पूरे मामले का खुलासा हो गया। एसडीपीओ इंद्र प्रकाश ने बुधवार को अपने कार्यालय में इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया की बिट्टू हत्याकांड मामले से जुड़े आरोपियों में मुख्य आरोपी अवनेश कुमार, ललित कुमार, शंभू कुमार, और बालकृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने की बाते कहीं।
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