बिहार

पुलिस ने नशा मुक्ति केन्द्र खगड़िया के वार्ड ब्वॉय को ड्रग्स के साथ दबोचा

Admindelhi1
14 May 2024 8:56 AM GMT
पुलिस ने नशा मुक्ति केन्द्र खगड़िया के वार्ड ब्वॉय को ड्रग्स के साथ दबोचा
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ड्रग्स की पुड़िया खगड़िया से लाकर मुंगेर में किसी को सप्लाई करने वाला था

मुंगेर: नशा मुक्ति केन्द्र खगड़िया में वार्ड ब्वॉय के रूप में कार्यरत भानू कुमार को पुलिस ने ड्रग्स की तस्करी के आरोप में को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 01.01 ग्राम स्मैक भी पुलिस ने बरामद किया है. जिसकी बाजार में कीमत लगभग 15 हजार रुपए है. ड्रग्स की पुड़िया खगड़िया से लाकर मुंगेर में किसी को सप्लाई करने वाला था, इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर मुफस्सिल थाना की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

दरअसल मुफस्सिल थाना की पुलिस को ड्रग्स तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी. सूचना सत्यापन के पश्चात को श्रीकृष्ण सेतु पर बने चेकपोस्ट के समीप पुलिस ने वाहन जांच अभियान चलाया. इस दौरान खगड़िया की ओर से आ रहे यामहा बाइक सवार युवक पुलिस को देख हड़बड़ाया. शंका होने पर पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 01.01 ग्राम (भूरा रंग का पाउडर) बरामद हुआ, जो मादक पदार्थ स्मैक (ड्रग्स) था. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए उसकी बाइक और उसके मोबाइल को जब्त कर लिया.

पूछताछ में पता चला कि 24 वर्षीय भानू कुमार खगड़िया टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 निवासी दिलीप यादव का पुत्र है. तथा खगड़िया अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केन्द्र में वार्ड ब्वॉय के रूप में कार्यरत है. पकड़ाए युवक के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.

ड्रग्स एडिक्टों से कई मुहल्ले के लोग परेशान कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लाल दरवाजा, कम्पनी गार्डेन के समीप का इलाका तथा वासुदेवपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रायसर, पूरबसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत मुसहरी सहित कई स्थान ऐसे हैं जहां ड्रग्स एडिक्ट शाम के समय नशीले पदार्थों का सेवन करते देखे जाते हैं. ड्रग्स एडिक्टों में असामाजिक तत्व के शामिल रहने के कारण मोहल्लेवासी इसका विरोध करने से कतराते हैं. लाल दरवाजा स्थित कन्या मध्य विद्यालय, रायसर स्थित मध्य विद्यालय स्मैक पीने वालों का अड्डा बना है. इसके अलावा नगर निगम के समरसेबल प्याऊ वाले रूम में स्मैक पीते युवा नजर आते हैं. स्मैक की लत से युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है. लेकिन पुलिस स्मैक पीने वाले अड्डों पर छापेमारी नहीं करती है.

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