बिहार

रेत चोरी करके ले जा रहे ट्रैक्टरों को ट्रॉली सहित पुलिस ने पकड़ा

Shantanu Roy
11 Aug 2022 4:14 PM GMT
रेत चोरी करके ले जा रहे ट्रैक्टरों को ट्रॉली सहित पुलिस ने पकड़ा
x
बड़ी खबर
डबरा। एनजीटी की रोकथाम लगने के बावजूद भी रेत कारोबार से जुड़े लोग रेत चोरी करने से बाज नहीं आ रहे है। पुलिस से आंख मिचोली करके या पुलिस के साथ सांठगांठ करके रेत कारोबार से जुड़े लोग प्रतिदिन लाखों रुपए की रेत चोरी कर अंचल में बेच रहे है। लगातार ऐसी खबरें अखबारों की सुर्खियां बनती जा रही है। अखबारों में लगातार ऐसी खबरों की सुर्खियां बनने से पुलिस की साख गिरती जा रही थी जिसके चलते पुलिस ने अपनी साख बचाने के लिए रेत चोरी करने वालों के खिलाफ रेत चोरी का मामला दर्ज करके ही अपनी पीठ थपथपा ली है। लेकिन रेत चोरी की वास्तविकता आज भी जारी है। कार्रवाई बिलौआ पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर की गई हैै। पुलिस ने रेत से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉलियों को जप्त किया है और रेत चोरी करने वाले चालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
फरार ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ 379,21 4, खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज
सहायक उपनिरीक्षक जीत बहादुर सिंह बैश्य ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थाना क्षेत्र के ग्राम लदेरा रेत चोरी करके तीन ट्रैक्टर चालक उक्त मार्ग से निकल रहे हैं। सहायक उप निरीक्षक जीत बहादुर सिंह ने देर न करते हुए पुलिस टीम के साथ मौके पर एंबुश किया और जैसे ही रेत से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली आते हुए दिखाई दिए। पुलिस टीम सड़क के किनारे छुप गई और जैसे ही ट्रैक्टर पास में आ गए। पुलिस ने ट्रैक्टरों को चारों ओर से घेर लिया। लेकिन इसी बीच मौके का फायदा उठाकर ट्रैक्टर ट्रॉली के चालक तीनों मौके से फरार हो गए। पुलिस ने तीनों ट्रैक्टर ट्रोलियों को जप्त कर लिया है। और फरार ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ 379,21ञ्च4, खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर ट्रैक्टर चालकों की तलाश शुरू कर दी है।
रेत कारोबारी मध्य प्रदेश सरकार की माइनिंग विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपए की राजस्व हानि दे रहे हैं
दरअसल, अनुभाग के अंतर्गत सिंध नदी किनारे एक दर्जन से अधिक रेत की खदान संचालित है लेकिन बरसात के मौसम में रेत उत्खनन पर एनजीटी के द्वारा रोक लगा दी गई है। उसके बावजूद भी रेत कारोबार से जुड़े लोगो ने रेत के डम्प लगा दिये है। और डम्पों से रेत चोरी कर मार्केट में बेच रहे है जिससे रेत कारोबारी मध्य प्रदेश सरकार की माइनिंग विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपए की राजस्व हानि दे रहे हैं।
समझ से परे माइनिंग विभाग क्यों नहीं करता कार्रवाई
मध्य प्रदेश सरकार ने अलग-अलग विभाग इसीलिए बनाए हैं कि प्रत्येक विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है कि उसके विभाग के अंतर्गत आने वाले अवैध कारोबार को पूर्ण रूप से रोका जाए। लेकिन समझ से परे माइनिंग विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद में सो रहे है। और पुलिस को मजबूरी पर इस अवैध कारोबार को रोकने के लिए कार्रवाई करना पड़ती है। अगर माइनिंग विभाग के अधिकारी ईमानदारी से इस अवैध कारोबार को रोकने के लिए प्रतिदिन सर्चिंग की जाए तो यह कारोबार जो अवैध तरीके से संचालित है पूर्णता लगाम लग जाएगी।
हथियारों की नोक पर रेत से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली चलती है मार्केट की ओर
जिस ट्रैक्टर ट्रॉली में चोरी की रेत भरकर मार्केट में बेचने के लिए लाई जाती है उस रेत की ट्रॉली की सुरक्षा के लिए 4 से 6 लोग अवैध हथियारों को लेकर ट्रॉली के आगे पीछे चलते हैं। अगर कोई भी खाकी वर्दी का व्यक्ति रेत से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने की कोशिश करता है। तो उस से समझौता तत्काल और उक्त स्थान पर होता जिससे की ट्रॉली को रोकी ना जा सके सूत्र बताते हैं कि पुलिस के कुछ कर्मचारियों का रेत कारोबारियों को संरक्षण प्राप्त है अगर पुलिस अधीक्षक वरिष्ठ ईमानदार अधिकारियों से ऐसे पुलिस कर्मचारियों की सर्चिंग कराएं तो सब कुछ पुलिस अधीक्षक के सामने खुलकर आ जाएगा कि कौन-कौन से कर्मचारी रेत कारोबारियों को संरक्षण दिए हुए हैं।
इनका कहना
चोरी से रेत ले जाने वाले तीन ट्रैक्टरों को ट्रॉलियों के साथ जप्त किया है पुलिस को देखकर चालक फरार हो गए पुलिस ने तीनों चालकों के खिलाफ खनिज अधिनियम की धारा और चोरी की धारा के तहत मामला दर्ज किया है तीनों चालकों की पुलिस तलाश कर रही है चालक अति शीघ्र गिरफ्तार होंगे।
जीत बहादुर सिंह बेश्य सहायक उपनिरीक्षक थाना बिलौआ
Next Story