बोधगया के कुछ मूर्ति तस्कर प्राचीन काल की चोरी की मूर्तियों की खरीद-बिक्री के लिए जमा होने वाले हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने बोधगया के मस्तपुरा स्थित प्राचीन मूर्तियों के तस्कर घूंघर चौधरी के घर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने वहां से दो प्राचीन मूर्ति और चार स्तूपों के साथ 5 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मूर्ति तस्कर मूर्तियों की तस्करी के लिए पटना से बोधगया आए थे।' गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा मुहल्ले का इदरीश इससे पहले भी चार बार प्राचीन मूर्तियों की चोरी और डकैती केस में जेल जा चुका है। उसके मोबाइल से कई प्राचीन मूर्तियों की तस्वीर व डिटेल भी पुलिस को मिले। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह चोरी हुई मूर्तियों का कारोबार करता है। मूर्तियों को नेपाल के रास्ते अतरर्राष्ट्रीय बाजार में भेजता है। इसके पहले वह वर्ष 2012 से 2019 के बीच फतेहपुर, कतरीसराय, राजगीर व दीपनगर थाना से मूर्ति तस्करी व डकैती के मामले में जेल जा चुका है।
वहीं घूंघर चौधरी पिछले 8-10 साल से बोधगया में मूर्ति व पुराने सामानों की दुकान चलता है। इसी दौरान वह वाराणसी के एक मूर्ति तस्कर के संपर्क में आया और मूर्तियों की तस्करी शुरु कर दी। घूंघर चौधरी इससे पहले मुगलसराय, दिल्ली, दाउदनगर और गया में मूर्ति तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।