बिहार

PMCH: जीएनएम नर्सिंग की छात्राओं पर लाठीचार्ज, पुलिस ने अस्पताल परिसर में खदेड़ा

Rani Sahu
6 May 2022 6:51 PM GMT
PMCH: जीएनएम नर्सिंग की छात्राओं पर लाठीचार्ज, पुलिस ने अस्पताल परिसर में खदेड़ा
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पीएमसीएच (PMCH) में जीएनएम नर्सिंग की छात्राओं (GNM Nursing student of PMCH) पर शुक्रवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया है

पटना: पीएमसीएच (PMCH) में जीएनएम नर्सिंग की छात्राओं (GNM Nursing student of PMCH) पर शुक्रवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. पुलिस ने सभी छात्राओं को अस्पताल परिसर में खदेड़ा है. दरअसल, छात्राएं पीएमसीएच में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी थी. इस दौरान छात्राओं ने जमकर हंगामा भी किया. हंगामे के बीच पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज (Police lathi charge on GNM Nursing student) कर दिया.

कई छात्राएं गंभीर रूप से घायल: पुलिस के लाठीचार्ज में कई छात्राएं गंभीर रूप घायल हो गई हैं. बावजूद इसके पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लहूलुहान छात्राओं को बिना ट्रीटमेंट किए ही सीधे पीरबहोर थाना लेकर आ गई . मिली जानकारी के अनुसार थाने में कई छात्रों के बेहोश होने की सूचना मिली है. इधर, हॉस्टल से भी छात्रों का बलपूर्वक निकाला जा रहा है. यह पूरा घटनाक्रम अस्पताल के वरीय पदाधिकारियों की मौजूदगी में हुआ है. मीडिया कर्मियों को भी पुलिस बल ने धक्के देकर कवरेज करने से रोक दिया.
कॉलेज शिफ्टिंग को लेकर विवाद: दरअसल, छात्राएं अपनी मांगों को लेकर आज पीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय के बाहर अनिश्चिकालीन हड़ताल पर बैठी थी, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. छात्राओं का कहना है कि जेएनएम पढ़ाई का कोर्स तीन साल का कोर्स था लेकिन अब हम लोग को यहां से भगाया जा रहा है. यानी जीएनएम छात्राओं का कहना है कि हम लोग पीएमसीएच छोड़कर कहां जाएंगे. यहां आईसीयू से लेकर हर फैसिलिटी है और हम लोग को अब वैशाली जिला भेजा जा रहा है. जिसको लेकर बहुत समस्या हो रही है.
राजापाकर जाने को तैयार नहीं: प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल खाली करने के लिए 2 दिन पहले नोटिस दिया गया था. अब कॉलेज को वैशाली जिला के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है. जीएनएम कोर्स के लिए प्रैक्टिकल मेडिकल कॉलेज में ही संभव है. जबकि सदर अस्पताल में प्रैक्टिकल के लिए भेजने की बात कही जा रही है. जहां उन लोगों को सही प्रशिक्षण प्राप्त नहीं होगा. छात्राओं ने कहा कि उनके प्रदर्शन से डीएमसीएच प्रबंधन इस बात पर तैयार हुआ है कि राजापाकर से प्रतिदिन बस के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए उन्हें पीएमसीएच लाया जाएगा लेकिन यह व्यवहारिक नहीं लग रहा है. गांधी सेतु को पार करके प्रतिदिन 50 किलोमीटर अप डाउन करना संभव नहीं होगा.
''यदि सरकार का आदेश है तो मानना ही पड़ेगा. छात्राओं को पीएमसीएच में ही प्रशिक्षण देने को लेकर चिट्ठी में भी लिखा हुआ है. इसके लिए छात्राओं को पीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट से बात करनी चाहिए, इस तरह से प्रदर्शन नहीं करनी चाहिए, छात्राओं के प्रदर्शन से पीएमसीएच में पहुंचे, गरीब मरीजों को भी परेशानी हो रही है.'' - कुमारी वीणा, प्रिंसिपल


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