बिहार

पीएमसीएच और पटना मार्केट में भी होगा प्रवेश - निकास द्वार, पटना मेट्रो अस्पताल परिसर जाने को सीढ़ियां, एस्केलेटर, लिफ्ट की सुविधाएं मिलेंगी

Harrison
7 Oct 2023 9:47 AM GMT
पीएमसीएच और पटना मार्केट में भी होगा प्रवेश - निकास द्वार, पटना मेट्रो अस्पताल परिसर जाने को सीढ़ियां, एस्केलेटर, लिफ्ट की सुविधाएं मिलेंगी
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बिहार | पटना मेट्रो रेल का प्रस्तावित पीएमसीएच भूमिगत मेट्रो स्टेशन एक साथ पीएमसीएच और पटना मार्केट से जुड़ेगा. पीएमआरसी की योजना के मुताबिक इस स्टेशन का एक प्रवेश और निकास द्वार पीएमसीएच अस्पताल परिसर में रखा गया है. अस्पताल परिसर से प्रवेश व निकास के लिए सीढ़ियां, एस्केलेटर, लिफ्ट की सुविधा भी मिलेगी. वहीं दूसरा प्रवेश व निकास द्वार पटना मार्केट के अंदर रहेगा. यह भूमिगत मेट्रो स्टेशन दो तल्ले वाला होगा. स्टेशन के पहले तल्ले पर पर कॉनकोर्स होगा. कॉनकोर्स लेवल पर यात्री-केंद्रित सुविधाएं जैसे टिकट काउंटर, शौचालय, सुरक्षा जांच आदि होंगे और प्लेटफॉर्म दूसरे तल पर होगा. दोनों तल एक-दूसरे से जुड़े होंगे.
पीएमसीएच अस्पताल परिसर के नीचे से गुजरने वाला प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन लगभग 227 मीटर लंबा और जमीन से 16.50 मीटर नीचे होगा. दो तल वाला यह मेट्रो स्टेशन कुछ प्रमुख संस्थानों, मार्केट हब, पीएमसीएच, दरभंगा हाउस (पीएमसीएच के उत्तर) व अन्य चिकित्सा संस्थानों को जोड़ेगा. बीएन कॉलेज, पटना डेंटल कॉलेज, अंजुमन इस्लामिया हॉल, सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान, दवा बाजार, चिकित्सा दुकानें, कैथोलिक चर्च, सिविल कोर्ट, बांकीपुर डाकघर, पीरबहोर थाना, गोविंद मित्रा रोड, पटना बाजार, हथुआ बाजार और पटना विवि, साइंस कॉलेज आदि के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी होगी.
आपातकालीन स्थितियों के लिए भी हैं इंतजाम
किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्टेशन पर तीन फायर एस्केप का प्रस्ताव है, जिनमें से एक स्टेशन परिसर से बाहर निकलने के लिए प्लेटफॉर्म और कॉन्कोर्स को सीधे जोड़ता है. हालांकि अन्य दो फायर एस्केप (सीढ़ियों) का उपयोग करके यात्रियों को प्लेटफॉर्म से कॉन्कोर्स तक निकाला जाएगा और वहां से स्टेशन परिसर से बाहर निकलने के लिए दो प्रवेश/निकास में से कोई भी लिया जा सकता है. आपातकालीन स्थितियों में स्टेशन परिसर में प्रवेश करने के लिए अग्निशामकों के लिए एक अलग से फायरमैन सीढ़ी भी उपलब्ध कराई जाएंगी.
जाम से मिलेगी निजात
इस स्टेशन के शुरू होने से अशोक राजपथ पर वाहनों का दबाव कम होगा. गांधी मैदान से एनआईटी मोड़ तक जाम से राहत मिलेगी. अशोक राजपथ क्षेत्र प्रमुख व्यावसायिक गतिविधियों, सरकारी अस्पतालों, बाजार परिसर और कॉलेजों का केंद्र है और शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले एवं व्यस्ततम स्थानों में से एक कहा जाता है. यह भूमिगत मेट्रो स्टेशन यातायात की भीड़ को कम करने के साथ साथ जाम से भी राहत देने का काम करेगा. यह भूमिगत मेट्रो स्टेशन राज्य भर से इस प्रतिष्ठित अस्पताल, पीएमसीएच में इलाज के लिए आने वाले लोगों के लिए जीवन रेखा के रूप में काम करेगा और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. पीएमसीएच परिसर के अंदर दो प्रवेश या निकास द्वार होंगे. यहां वर्तमान में पीएमसीएच के विकास का कार्य चल रहा है.
दिव्यांग यात्रियों के लिए भी सुविधाएं
एक लिफ्ट के साथ स्टेशन के दोनों छोर तक जाने के लिए दो सीढियां/एस्केलेटर दिए गए हैं. दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता के लिए अतिरिक्त यात्री केंद्रित सुविधाएं, स्पर्शनीय टाइलों (ब्रेल) का प्रावधान, उचित साइनेज, लिफ्ट के अंदर ब्रेल प्रणाली आदि की सुविधा होगी.
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