बिहार
PM मोदी और अमिताभ बच्चन देंगे बेगूसराय में परीक्षा! LNMU दरभंगा ने निकाला फरमान
Tara Tandi
2 July 2023 2:01 PM GMT
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन सहित कई सेलिब्रिटी बेगूसराय से परीक्षा देंगे. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अंगी भूत इकाई गणेश दत्त महाविद्यालय के प्रशासन की करतूत बता रही है. दरअसल, पिछले दिनों बीए का एडमिट कार्ड जारी किया गया, जिसमें से कई छात्रों के एडमिट कार्ड पर सेलिब्रिटीज की फोटो लगी हुई थी. अब आलम यह है कि छात्र परेशान हैं और छात्रों को आशंका है कि वह परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे. हालांकि उक्त मामले में छात्रों ने जहां महाविद्यालय प्रशासन पर आर्थिक दोहन शोषण के लिए गड़बरी करने का आरोप लगाया है, तो वहीं महाविद्यालय प्रशासन ने इसे लिपिकीय भूल बताते हुए तुरंत सुधार का दावा किया है.
PM मोदी देंगे बेगूसराय में परीक्षा
दरअसल, यह पूरा मामला तब सामने आया जब बीए के छात्र-छात्रा अपना एडमिट कार्ड लेने के लिए महाविद्यालय पहुंचे. जैसे ही छात्रों के हाथ में उनका एडमिट कार्ड आया, तो वह दंग रह गए क्योंकि किसी छात्र के एडमिट कार्ड पर भारत के प्रधानमंत्री की तस्वीर थी तो किसी छात्र के एडमिट कार्ड पर किसी हीरो या हीरोइन की. इस पूरे मामले को लेकर छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन के विरोध में आंदोलन भी किया और सीधा सीधा आरोप लगाया कि महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा ऐसी गड़बड़ियां जान बुझकर की जाती है. जिससे कि छात्र सुधार करवाने के लिए विश्वविद्यालय पहुंचे और फिर उनका आर्थिक दोहन किया जाए.
LNMU दरभंगा ने निकाला फरमान
छात्रों का आरोप है कि परीक्षा से महज तीन-चार दिन पूर्व ही छात्रों को एडमिट कार्ड दिया जाता है और फिर गड़बड़ी पाए जाने पर छात्र परीक्षा देने से वंचित रह जाते हैं. इतनी जल्दबाजी में भूल का सुधार संभव नहीं हो पाता. वहीं, छात्रों ने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के हालात यह हैं कि वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक जिन छात्रों ने ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है, तो उनके परीक्षाफल में भी गड़बड़ी की गई है. फिर सुधार के नाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन अब तक टालमटोल कर रही है, जिससे कि छात्र सरकारी अनुदान या अन्य सुविधाओं से वंचित हैं.
महाविद्यालय में शिक्षकों का वेतन एडवांस में
हद तो तब हो गई जब लिपिकीय दोष की वजह से इस बार महाविद्यालय में शिक्षकों का वेतन एडवांस में चला आया. यह राशि कोई छोटी रकम नहीं, बल्कि 20 लाख की राशि शिक्षकों के अकाउंट में भेज दी गई. हालांकि शिक्षकों के द्वारा तुरंत उस राशि को वापस कर दिया गया, लेकिन उक्त मामले के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल जरूर खड़े किए जा रहे हैं. वहीं, महाविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि किसी जल्दबाजी में या फिर लिपिकीय दोष की वजह से कुछ समस्याएं सामने जरूर आई हैं, लेकिन उसके निवारण के लिए भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्थानीय महाविद्यालय प्रशासन को अधिकार दे रखा है. जिससे छात्र-छात्राओं को परेशानी ना हो और किसी के नाम या परीक्षा सेंटर या फिर एडमिट कार्ड पर चिपकाई गई तस्वीर में गड़बड़ी हो, उसे महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा तुरंत ठीक किया जा रहा है.
विश्वविद्यालय कठघरे में खड़ा
महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा यह आश्वासन जरूर दिया जा रहा है कि यह लिपिकीय दोष है और यह छोटी समस्या है, जिसका निराकरण तुरंत किया जा रहा है. जिस तरह से बड़ी संख्या में एडमिट कार्ड में गड़बड़ी या फिर परीक्षाफल में गड़बड़ी की बातें सामने आ रही हैं, वह ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को एक बार फिर कठघरे में खड़े करती दिख रही है.
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