गोपालगंज: बीपीएस कॉलेज भोरे में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर शिक्षकों, छात्रों व शिक्षकेत्तर कर्मियों ने पौधे लगाए. इसके साथ ही कॉलेज परिसर को हरा भरा रखने के लिए कॉलेज प्रशासन ने पौधा लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान की शुरुआत की.
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. शंकर दयाल सिंह ने छात्रों, कर्मियों से पौधा लगाने का आग्रह किया. कार्यक्रम में सभी विभागाध्यक्ष से नामांकित छात्रों से एक दिन व एक समय पौधा लगवाने का अनुरोध किया गया. इसके लिए शीघ्र ही समय व तिथि निर्धारित किए जाने की बात भी कही गई. पर्यावरण मित्र डॉ. सत्य प्रकाश ने कहा कि एक पौधा सौ पुत्रों के समान होता है. शिक्षक व छात्र का सम्बन्ध भी पिता पुत्र के समान होता है. ऐसे में सभी मिलकर यदि पौधा लगाते हैं तो यह धरती हरियाली के लिए मुहताज नहीं रहेगी. अपने जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ व पूर्वजों की पुण्य तिथि पर यदि एक पौधा लगाया जाय तो जीवन को बचाना आसान होगा. प्रभारी प्राचार्य डॉ. शंकर दयाल सिंह ने कहा कि पौधरोपण कार्यक्रम के तहत कॉलेज कैंपस को हरा भरा बनाया जाएगा. कार्यक्रम में प्रो. फिरोज आलम, प्रो. रविन्द्र चौधरी, प्रो. शशिकांत, एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार राकेश, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. अशोक कुमार, डॉ. दुर्गेश ठाकुर आदि थे.
सीवान में इस साल लगाए जाएंगे तीन लाख पौधे
वन विभाग के रेंजर राजकुमार प्रसाद ने बताया कि इस वर्ष करीब तीन लाख पौधा लगाने का लक्ष्य है. बताया कि मनरेगा द्वारा करीब सवा लाख व जीविका दीदियों ने 349385 पौधे वन से विभाग से उपलब्ध कराने को कहा गया है. मनरेगा द्वाराअबतक दरौली प्रखंड से पौधरोपण के लिए 32 हजार, आंदर 20 हजार, हुसैनगंज पंद्रह हजार, बड़हरिया 30 हजार, मैरवा तीन हजार जबकि जीरादेई प्रखंड के लिए 32 हजार पौघे की डिमांड की गई है. इसी क्रम में जिला परिषद के सभागार में जल जीवन हरियाली दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर जिला परिषद के सभागार में जिला प्रशासन व वन विभाग के अधिकारियों द्वारा पौधरोपण किया गया. पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा पौधशाला सृजन व सघन पौधरोपण विषय पर आयोजित परिचर्चा में बताया गया कि पौधरोपण कार्यक्रम में हरियाली के लिए जितना जरूरी पौधरोपण है.
उतना ही जरूरी पौधों को तीन वर्षों तक सुरक्षित रखना भी जरूरी है.पौधरोपण से ही पर्यावरण की रक्षा होने पर जोर दिया गया. वहीं जलवायु परिवर्तन के परिपेक्ष्य में विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया. बताया गया कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ करना चिंता का विषय है, इस पर चिंतन करने की जरूरत है. पौधों से ही मनुष्य का विकास संभव है. वक्ताओं ने प्रकृति को हरा भरा रखने के लिए पौधरोपण को जरूरी बताया. साथ ही जलवायु परिवर्तन से होने वाली परेशानियों से बचने के लिए पौधरोपण पर जोर दिया गया. इधर, परिचर्चा का आयोजन गोपालगंज वन प्रमंडल, गोपालगंज के दिशा निर्देश में किया गया. कार्यशाला में जिला परिषद अध्यक्ष संगीता यादव, डीसीएलआर शहबाज खान, डीपीओ मनरेगा अमित कुमार, प्रभारी वन परिसर पदाधिकारी अनुपम कुमार सिंह, राजेश्वर प्रसाद, सीवान वन प्रक्षेत्र के सभी वनरक्षी, कार्यालय कर्मी टार्जन कुमार व जीविका दीदियां उपस्थित थीं.