बिहार

पितृपक्ष मेला 2022: पिंडदान के लिए पटना से गया व पुनपुन के लिए पर्यटन विभाग ने शुरू की विशेष बस

Bhumika Sahu
26 Aug 2022 10:55 AM GMT
पितृपक्ष मेला 2022: पिंडदान के लिए पटना से गया व पुनपुन के लिए पर्यटन विभाग ने शुरू की विशेष बस
x
पटना से गया व पुनपुन के लिए पर्यटन विभाग ने शुरू की विशेष बस

बिहार। गया और पुनपुन में पितृपक्ष मेला शुरू होने जा रहा है. 9 सितंबर से शुरू होने वाले मेले के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में अब बिहार पर्यटन विकास निगम पिंड दान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए पटना से गया और पुनपुन जाने के लिए एक विशेष सुविधा की शुरुआत करने जा रही है. पितृ पक्ष मेले के लिए पर्यटन विकास निगम स्पेशल एसी बस की सुविधा उपलब्ध कराएगी जिसका किराया प्रति सवारी 670 रुपये होगा.

670 रुपये होगा बस का किराया
गया में 9 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृ पक्ष मेला में देश विदेश से भाड़ी मात्रा में श्रद्धालु पिंड दान करने आते हैं. इसी बात क ध्यान में रखते हुए पर्यटन विकास निगम ने इस पैकेज की शुरुआत की है. जिसके अंतर्गत श्रद्धालु महज 670 रुपये में पटना से पुनपुन और गया जा कर पिंड दान कर सकेंगे. पितृ पक्ष का यह मेला 25 सितंबर तक चलेगा.
पैकेज में सिर्फ मिलेगी ऐसी बस की सुविधा
पर्यटन विकास निगम द्वारा दिए जा रहे 670 रुपये के इस पैकेज में श्रद्धालुओं को सिर्फ एसी बस से पटना से पुनपुन और गया आने जाने की सुविधा मिलेगी. श्रद्धालुओं को यहां पिंड दान करने के लिए स्वयं ही पंडित और पूजा पाथ की सामग्रियों की व्यवस्था करनी होगी. इसके अलावा खाने पीने की एवं अन्य तरह की तमाम जरूरत का खयाल श्रद्धालुओं को स्वयं ही रखना होगा.
पटना से सुबह 7 बजे खुलेगी बस
पर्यटन विकास निगम की यह बस पटना के आर ब्लॉक से सुबह 7 बजे खुलेगी. पटना से खुलने के बाद बस सबसे पहले पुनपुन जाएगी जहां से फिर बस दुबारा गया के लिए रवाना होगी. पटना से खुलने के बाद पुनपुन होते हुए गया पहुंचने के बाद बस उसी दिन रात में 10 बजे वापस गया से पटना के लिए खुल जाएगी.
पर्यटन विभाग ने लॉन्च किए हैं 6 अन्य पैकेज
पितृ पक्ष मेले में पिंड दान करने के लिए इससे पहले भी पर्यटन विभाग ने छह अन्य पैकेज लॉन्च किए हैं. इन पैकेज में पर्यटन विभाग द्वारा श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधा दी जा रही है. पर्यटन विभाग द्वारा लॉन्च किए गए इन सभी पैकेज में श्रद्धालुओं को परिवहन, पंडित, पूजन सामग्री, रहने के साथ खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.


Next Story