गेल की जमीन से गुजरेगी पाइपलाइन, मोहनपुर से परशुराम दियारा के बीच बिछेगी पाइपलाइन
भागलपुर न्यूज़: असम की नुमालीगढ़ रिफाइनरी से ओडिशा के पारादीप तक कच्चा तेल पहुंचाने के लिए बिछाई जाने वाली पाइपलाइन भारतीय गैस प्राधिकार लिमिटेड (गेल) की अधिग्रहीत जमीन के अंदर से गुजरेगी.
इसके लिए अलग से जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं होगी. पेट्रोलियम मंत्रालय ने बजट कम करने के लिए गेल व एनआरएल (नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड) के बीच समझौता करा दिया है. समझौते के मुताबिक अब गेल की अधिग्रहीत 20 मीटर की जमीन में 5 मीटर की जमीन के अंदर एनआरएल का पाइप बिछेगा. गेल ने यह जमीन काफी साल पहले गुवाहाटी से बरौनी रिफाइनरी तक गैस पहुंचाने के लिए ली थी.
फोरेस्ट क्लियरेंस सर्टिफिकेट नहीं मिलने से काम शुरू नहीं हो रहा भागलपुर में पीरपैंती-भागलपुर रेलखंड पर मजरोही गांव के पास पटरी के नीचे से पाइप गुजरेगी. इसके लिए पूर्व रेलवे की अनुमति मिल गई है. उन्होंने बताया कि यह बिहार की पहली परियोजना है, जो गंगा के अंदर सुरंग से गुजरेगी. पीरपैंती में गंगा में मोहनपुर दियारा से परशुराम दियारा के बीच पाइपलाइन बिछेगी. जो कटिहार के बरारी में मिलेगी. अभी वन विभाग से फोरेस्ट क्लियरेंस इसके लिए कभी फोरेस्ट ऑफिस तो कभी समाहरणालय दौड़ना पड़ रहा है.
पीरपैंती में 14 गांवों से गुजरेगी पाइपलाइन
एनआरएल के लाइजनिंग ऑफिसर चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बिहार में करीब 200 किमी क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई जानी है. कटिहार के बरारी होकर पूर्णिया, किशनगंज और अररिया होकर पाइप सिलीगुड़ी से नुमालीगढ़ तक जाएगी. जमीन संबंधी समस्या सिर्फ भागलपुर क्षेत्र में है. झारखंड के गोड्डा से सटे पीरपैंती में 14 गांवों की 18.642 किमी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. यह प्रक्रिया डीसीएलआर सदर स्तर से जारी है.