पटना: आंखों में वायरल संक्रमण (पिंक आई, कंजक्टिवाइटिस) का प्रकोप और तेजी से बढ़ने लगा है. अस्पतालों में लगातार इसके मरीज बढ़ते जा रहे हैं. पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह नेत्र रोग विभाग में ऐसे पीड़ितों की संख्या में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
पीएमसीएच, आईजीआईएमएस के नेत्र रोग विभाग के ओपीडी में प्रत्येक 100 में से 40 मरीज इस बीमारी से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं. पीएमसीएच के नेत्र रोग ओपीडी में 102 लोगों में से 41 लोग इस बीमारी से पीड़ित पाए गए. वहीं आईजीआईएमएस के क्षेत्रीय चक्षु संस्थान में 220 लोगों में से 85 लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए. नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि पिछले सप्ताह कंजक्टिवाइटिस से पीड़ितों की संख्या में कुछ कमी आई थी. लेकिन मौसम में उतार चढ़ाव आने की वजह अचानक पिछले तीन-चार दिनों से कंजक्टिवाइटिस संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
3. टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें
वायुजनित वायरस के संपर्क को कम करने के लिए छींकते या खांसते समय टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें और एक बार इस्तेमाल के बाद कूड़ेदान में फेंक दें.
4. दूरी बनाए रखें
यदि किसी में आई फ्लू के लक्षण नजर आए तो उससे दूरी बनाएं और उन्हें भी दूसरों से दूर रहने की अपील करें, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो.
6. चिकित्सकीय सहायता लें
यदि आपके बच्चे में आई फ्लू के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल डॉक्टर की सलाह लें.
5. निजी सामान को साफ रखें
चश्मे, कॉन्टैक्ट लेंस और आंखों के संपर्क में आने वाली किसी भी वस्तु को नियमित रूप से साफ करें.
विशेषज्ञों के पास भी दवा के लिए आ रहे सैकड़ों फोन:
ओपीडी में इलाज कराने वाले संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास भी दवा के लिए सैकड़ों फोन आने लगे हैं. डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि सुबह से शाम तक कंजक्टिवाइटिस के लिए 70 से 80 फोन आ रहे हैं. ये अधिकतर परिचितों के ही होते हैं. नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील सिंह, डॉ. शशि मोहनका, पीएमसीएच, राजेंद्रनगर नेत्र अस्पताल व अन्य निजी नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास भी ऐसे ही फोन आ रहे हैं.