न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
आनंद मोहन को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में सजा सुनाई गई थी। तस्वीरें वायरल होने के साथ ही बिहार पुलिस और नई-नई महागठबंधन की सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बिहार की सहरसा जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन से जुड़ी एक घटना के सिलसिले में छह पुलिसकर्मियों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया। दरअसल, आनंद मोहन की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फोटो में आनंद मोहन अपनी पत्नी लवली आनंद और बेटे चेतन आनंद के साथ दिखाई दे रहे हैं।
आनंद मोहन को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में सजा सुनाई गई थी। तस्वीरें वायरल होने के साथ ही बिहार पुलिस और नई-नई महागठबंधन की सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। विपक्ष में आई भाजपा ने पहले भी आरोप लगाए थे कि राज्य में महागठबंधन की सरकार आते ही जंगलराज की वापसी हो गई है।
इस मामले में भी भाजपा ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोलते हुए इसे जंगलराज की वापसी बताया है। इसके बाद जिला पुलिस द्वारा एक बयान जारी किया गया। इसके अनुसार, निलंबन का आदेश सहरसा के पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने दिया है, जिन्हें पुलिस मुख्यालय ने आनंद मोहन की एक तस्वीर की जांच करने का निर्देश दिया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि राजद विधायक चेतन आनंद के पिता पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इस बीच वे अपने पूरे लाव लश्कर के साथ पटना स्थित आवास पहुंचे। गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन कोर्ट ने फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। तब से वे जेल में बंद हैं।
इस बीच आनंद मोहन को पुलिस अभिरक्षा में पेशी के लिए पटना लाया गया था, लेकिन बाहुबली पूर्व सांसद लाव-लश्कर के साथ पटना वाले अपने आवास पर पहुंच गए। 12 अगस्त को वो अपने पाटलीपुत्र स्थित आवास पहुंचने के बाद पूर्व सांसद ने अपने समर्थकों के साथ बैठक भी की। इस दौरान आनंद मोहन के साथ उनकी पत्नी लवली आनंद और राजद से विधायक बेटे चेतन आनंद भी मौजूद रहे।