मुजफ्फरपुर: सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल योजना से वंचित गांवों में डीप बोरिंग कर पाइप लाइन के सहारे सभी घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए पीएचईडी कार्य योजना तैयार कर टेंडर कराने की प्रक्रिया में जुटा है.
इस योजना के तहत जिला भर में जलापूर्ति से वंचित वार्ड में 375 स्थानों पर डीप बोरिंग कर पाइप लाइन बिछा कर सभी घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी. पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, मुंगेर) द्वारा इसके लिए 98 करोड़ की योजना तैयार की गई है. एक योजना पर डीप बोरिंग और पाइप लाइन बिछाने में लगभग 30 लाख की लागत आएगी. इसके लिए पीएचईडी विभाग द्वारा 48 ग्रुप का टेंडर निकाला गया था. लेकिन अपरिहार्य कारणवश 10 ग्रुप का टेंडर कैंसिल हो गया है. 38 ग्रुप का टेंडर हो चुका है. शेष 10 ग्रुप के लिए पुनर्निविदा की प्रक्रिया जारी है. आचार संहिता के पश्चात सभी 375 स्थानों पर डीप बोरिंग का काम आरंभ कर दिया जाएगा. इसके बाद जिले का कोई भी वार्ड हर घर नल का जल योजना से वंचित नहीं रहेगा. बता दें कि पूर्व में पीएचईडी द्वारा जिला के 744 स्थानों पर तथा पंचायती राज विभाग द्वारा 729 स्थानों पर डीपबोरिंग कर पाइप लाइन बिछा कर घर घर शुद्ध जल की आपूर्ति शुरू की गई थी. परंतु सरकार के आदेशानुसार आठ माह पूर्व पंचायती राज विभाग द्वारा बनाए गए 729 डीप बोरिंग योजना को पीएचईडी के हैंडओवर कर दिया गया था. इनमें से 08 योजनाएं खराब पड़ी है. खराब पड़ी 08 डीप बोरिंग योजना का भी फिर से बोरिंग कराकर घरों में जलापूर्ति कराई जाएगी. सभी योजना का पांच साल तक रख रखाव पीएचईडी द्वारा निबंधित संवेदक करेंगे.
रिक्यूजीशन के अनुसार विभाग उपलब्ध कराएगी राशि हर घर नल का जल योजना से वंचित 375 स्थानों पर डीप बोरिंग कर पाइप लाइन बिछा कर सभी घरों में जलापूर्ति के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. 98 करोड़ की योजना के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी पीएचईडी विभाग पूरी करने में जुटा है. परंतु मुंगेर पीएचईडी को अभी इसके लिए राशि आवंटित नहीं हुई है. कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त है.
रिक्यूजीशन के अनुसार पीएचईडी द्वारा जैसे जैसे डिमांड किया जाएगा विभाग से राशि उपलब्ध कराई जाएगी.