
पटना: आजादी के बाद पहली बार अनाज पर जीएसटी (GST Imposed On Food Items For First Time) लगाया गया है. साथ ही दूध से बने कई पदार्थ पर जीएसटी लगाया गया है. राजधानी पटना से सटे बिहटा (Bihta) में भी दही लस्सी, छाछ, चावल और आटा की कीमत बढ़ गयी है. खाद्य पदार्थों की बढ़ी कीमतों से लोगों में खासा रोष है. बिहटा के लोगों का कहना है कि देश में महंगाई बढ़ रही है और उसी समय में अनाज सहित अन्य सामानों को GST के अंतर्गत लाना उचित नहीं है. सरकार को खाद पदार्थों पर जीएसटी लगाने से पहले एक बार पुनः सोचना चाहिए.
'GST पर पुनर्विचार करे सरकार': इधर खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगने के बाद गृहणी पूनम देवी ने कहा कि सरकार ने खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाया है. इससे हमारे घर के बजट पर काफी असर पड़ेगा. वहीं दुकानदारों का कहना है कि जिस रेट में सामान आएगा उसी रेट में बेचेंगे. वहीं स्थानीय भी सरकार से एक बार फिर से इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं.
इन सामानों पर GST लागू: गौरतलब है कि पैकेटबंद और लेबल वाले खाद्य पदार्थ मसलन आटा, दालें और अनाज सोमवार से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में आ गए हैं. इनके 25 किलोग्राम से कम वजन के पैक पर पांच प्रतिशत जीएसटी लागू हो गया है. वित्त मंत्रालय ने कहा कि जीएसटी उन उत्पादों पर लगेगा, जिनकी आपूर्ति पैकेटबंद सामग्री के रूप में की जा रही है. हालांकि, इन पैकेटबंद सामान का वजन 25 किलोग्राम से कम होना चाहिए. दही और लस्सी जैसे पदार्थों के लिए यह सीमा 25 लीटर है.पहले इन सामानों पर नहीं लगता था जीएसटी: अब बैंक चेक पर 18 फीसदी जीएसटी देना होगा. दही, लस्सी, बटर मिल्क, पनीर, चावल, गेहूं, सरसों, ओट्स, गुड़, नेचुरल शहद पर पांच फीसदी जीएसटी देना होगा. इसके साथ ही अस्पतालों की बात करें तो पांच हजार रु. से अधिक महंगे कमरे पर पांच फीसदी जीएसटी चुकाना होगा. वहीं होटल की बात करें तो एक हजार रु. से कम वाले कमरों पर 12 फीसदी जीएसटी लगेगा. सोलर, वाटर हीटर पर 12 फीसदी जीएसटी (पहले पांच फीसदी लगता था) और एलईडी लैंप, लाइट्स पर 18 फीसदी जीएसटी (पहले 12 फीसदी लगता था). पैकेटबंद और लेबल वाले वस्तुओं की कीमतें (New GST Rate) बढ़ गईं हैं. इन्हें जीएसटी के दायरे में लाया गया है. इनमें दही, लस्सी, आटा, दाल और अनाज शामिल हैं. 25 किलो से कम वाले पैकेट पर जीएसटी लागू किया गया है.