बिहार
सीवान में सरयू के बढ़ते जलस्तर से करने लगे लोग दियारा से पलायन
Shantanu Roy
11 Aug 2022 8:41 AM GMT
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बड़ी खबर
सीवान। जिले के दक्षिणांचल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली सरयू नदी के करीब आधा दर्जन से अधिक गांव पर अभी भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार बैराजो और सरयू तथा बूढ़ी गंडक नदियों के जलस्तर बढ़ने से उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार मूसलाधार बारिश और दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर से उनका आशियाना उजड़ गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सरयू नदी खतरे के निशान पर पहुंचने से करीब डेढ़ सौ परिवार के लोग दियारा से धीरे धीरे पलायन करना शुरू कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि दियारा से सभी लोग आनाज, कपडे, पशुओं, कागजात, व जरूरी सामान को लेकर दियारा से वापस आ रहे है। उनका कहना है कि दियारा में जबतक निचले इलाकों में पानी नही गया था। तब तक वहा रहना सुरक्षित था। उन्होंने ने बताया कि इस दौरान जहरीले सांप, जंगली सूअर, व हिंसक पशुओं के हमले का खतरा बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक जल संसाधन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुध तक लेना मुनासिब नहीं समझा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शायद प्रशासन भी हम लोगो को डूबने का इंतजार कर रहा है। इस मौके पर धनेश्वर, रामचीज, प्रभु, बलराम राजभर, रामकिशुन, फुलेना, ललन, जवाहिर, मुन्ना, सीताराम, नंन्दजी, शारदा, बिरबहादुर, भीम, मौजूद रहे। वही बाढ़ नियंत्रण विभाग के चंद्रमोहन झा ने बताया कि गँगा व बूढ़ी गंढक के जलस्तर बढ़ने से इस तरह के हालत उत्पन हुआ है। इसको सुधरने में चार दिन लग सकते है। इस दौरान विभाग स्थिती पर नजर रखे हुए है।
उल्लेखनीय हो कि सरयू नदी में तेज कटाव को रोकने के लिए विभाग ने एक टीम गठित की है। इस टीम का काम बालू की बोरिया भरने, मिट्टी लाने, प्लास्टिक बैग, पत्थर लाने, जवानो की ड्यूटी, मजदूरो को काम पर भेजने के लिए बनाई गई है। जो एसडीओ की देख रेख में काम करेगी। वही गुरुवार की सुबह कार्यपालक अभियंता नवल किशोर भारती, जेई रत्नेश मिश्रा, विज्धायचल कुमार, विजय कृष्णा, रवि कुमार रजनीश, रफीउल्लाह अंसारी ने गोगरा तटबंध और दरौली के सटे नदी इलाको का निरीक्षण किया। वही पूर्व में किए गए कटाव कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने सोहगरा, सोनहुला, श्रीकरपुर, गोहरुआ, गुठनी, योगियाडीह, तिरबलुआ, ग्यासपुर, दरौली, नरौली, केवटलिया गांव से सटे इलाकों का भी निरीक्षण किया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के वरीय अधिकारियों के समक्ष लोगो ने अपनी बेबसी जाहिर करते हुए बताया कि दियारा से भी लोग धीरे धीरे वापस जा रहे हैं। जेई रजनीश कुमार रवि ने बताया की सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार हो रही है। जिस पर हम लगातार नजर रखे हुए है। अभी तक हालात कंट्रोल में है। बताते चलें कि सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से जहा एक दर्जन गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वही सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में पानी जाना शुरू हो गया है। इनमे ग्यासपुर, तिरबलुआ, बलुआ, खड़ौली, पाण्डेयपार, मैरिटार, सोनहुला, सोहगरा, श्रीकरपुर, गोहरुआ, बिहारी, गांवों के सैकड़ो एकड़ जमीन में लगी फसलो को हर साल भारी नुकसान होगा। ग्रामीणों का कहना है कि इस दौरान शौचालय, पीने का पानी, पशुओं का चारा का काफी दिक्कत हो रही है। वही इस संबंध मे सीओ शंभूनाथ राम का कहना है कि हमने गोगरा तटबंध का निरीक्षण किया। अभी बाढ़ को लेकर मामला काफी कंट्रोल में है। हम लोग जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। सरयू नदी किनारे बसे गांवों पर नजर बनाए हुए है।
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