सिवान: प्रखंड में जल जनित व मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. धूप तल्ख होने से दिन में तापमान बढ़ रहा है.
रात के तापमान कम होने के बावजूद उमस बढ़ रही है. ऐसे में, लोग सर्दी, खांसी, जुकाम व वायरल फीवर से पीड़ित हो रहे हैं. साथ ही जल जनित बरसाती बीमारियों की चपेट में लोग तेजी से आ रहे हैं. सितंबर के दूसरे सप्ताह में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है.
बारिश कम होने से लोग उमस भरी गर्मी झेल रहे हैं. तेज धूप में पसीना निकल रहा है. उमस की वज़ह से कूलर व पंखे के अलावे लोग एसी का उपयोग कर रहे हैं. दिन में तेज धूप में बाहर निकलकर रात में कूलर व एसी में सोने वाले लोग बीमार पड़ रहे हैं. सीएचसी में 4 से 5 डायरिया से सम्बंधित मरीज पहुंचे थे. जिन्हें भर्ती कर ग्लूकोज तक चढ़ाना पड़ा. जबकि, सामान्य मरीजों की संख्या करीब 140 था.
धूप में निकलने से बचें और अधिक मात्रा में पीएं पानीअस्पताल के डॉ ऋषव राज कुमार दुबे ने बताया कि 40 फीसदी से अधिक मरीज मौसम व जल जनित बीमारियों के पहुंच रहे हैं. इनमें बच्चों की संख्या 20 फीसदी से अधिक है. 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग भी तेजी से मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं. वायरल फीवर, टाइफाइड, सर्दी, खांसी, जुकाम, शरीर में दर्द सहित अन्य बीमारी पांव पसार रही हैं. बारिश कम होने और तापमान बढ़ने से मौसम जनित बीमारियां शुरू हो गई है. अस्पताल में मौसम जनित बीमारियों से निपटने के लिए आवश्यक दवा उपलब्ध है.
साथ ही, उन्होंने बताया कि लोगों को अनावश्यक धूप में घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए, और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. लेकिन, धूप से आने के तुरंत बाद पानी पीने से बचें.