बिहार

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बारे में लोगों को जानकारी नहीं, बिना CM से मिले निराश लौट रहे लोग

Shantanu Roy
15 Nov 2021 8:36 AM GMT
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बारे में लोगों को जानकारी नहीं, बिना CM से मिले निराश लौट रहे लोग
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सीएम नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) के जनता दरबार कार्यक्रम (Janata Darbar program) में इन दिनों काफी संख्या में लोग अपनी परेशानी लेकर पहुंतचे हैं और उसका निदान भी होता है.

जनता से रिश्ता। सीएम नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) के जनता दरबार कार्यक्रम (Janata Darbar program) में इन दिनों काफी संख्या में लोग अपनी परेशानी लेकर पहुंतचे हैं और उसका निदान भी होता है. लेकिन कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि जनता दरबार में पहुंचना कैसे है.

यानी की कई लोग जनता दरबार में आने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बारे में जानते ही नहीं और बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही दूर दराज जिलों से पटना पहुंच जाते हैं, जिसके बाद उन्हें निराशा हाथ लगती है.ये भी पढ़ें- शीतकालीन सत्र: RJD और कांग्रेस की राहें जुदा, विपक्षी बिखराव से सत्ता पक्ष गदगदपटना पहुंचने के बाद जब लोगों की मुलाकात सीएम से नहीं हो पाती और वो अपनी समस्या मुख्यमंत्री के सामने नहीं रख पाते तो उन्हें काफी मायूसी होती है.

उस पर से जेब पर पड़ने वाला खर्चा भी अगल होता है. ऐसे कई लोगों को जनता दरबार के बाहर हमेशा देखा गया जो अपनी फरियाद लेकर बड़ी उम्मीद के साथ पहुंचते हैं, लेकिन उनका काम नहीं हो पाता और वो खाली हाथ लौटने पर मजबूर होते हैं.सोमवार को जनता दरबार के बाहर मधुबनी से आए राजकुमार पंडित भी परेशान और निराश दिखे, जब उन्हें पता चला कि उनकी मुलाकात सीएम से नहीं हो पाएगी. क्योंकि उन्हें भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मुख्यमंत्री से गुहार लगाने वो रविवार को ही पटना पहुंच गए थे. पटना जंक्शन स्थित होटल में ठहरे थे, इस उम्मीद के साथ कि सुबह सीएम के दरबार में पहुंचकर उन्हें अपनी फरियाद सुनाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.यह भी पढ़ें- JP आंदोलन में शामिल फरियादी से CM ने कहा- आप आज काहे आए... फिर होम सेक्रेटरी को जमकर फटकारा

दरअसल राजकुमार पंडित की भूदान की जमीन को लेकर विवाद है. इन्हें जमीन मिली हुई है उस पर उन्होंने मकान भी बनाया है. अब उस पर कोई और दावेदारी कर रहा है. इसी परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाने वो पहुंचे थे लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण अब इन्हें निराशा हाथ लगी है. आने-जाने और पटना के होटल में ठहरने के कारण बड़ी राशि भी इनकी खर्च हो गई.


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