सिवान: नगर पंचायत में स्टेशन रोड़ स्थित सामुदायिक शौचालय के बंद रहने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. बीस लाख की लागत से बने दो शौचालय का उपयोग लोग नहीं कर पा रहे है. स्टेशन चौक पर बना शौचालय उद्वघाटन के बाद से नहीं खुल सका है. पंद्रह लाख रूपये खर्च होने के बाद भी लोग खुले में शौच जाने को विवश हो रहे है.
नगर में सात शौचालय के निर्माण पर लगभग पचास लाख रूपया खर्च हो चुका है. सफाई के अभाव में नगर के तीन शौचालय में जाने से लोग कतरा रहे है. सार्वजनिक शौचालय बनने के बाद भी लोग नीजी कंपनी के द्वारा संचालित शौचालय को उपयोग में लाने को विवश हो रहे है. नगर पंचायत को कुछ वर्ष पूर्व ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. मझौली चौक के समीप पंद्रह लाख से बने डीलक्स और सात लाख वाले दो शौचालय बनाया गया है. मझौली चौक और धाम पर शौच के लिए आने वाले लोगों से पैसे वसूले जाने की शिकायत भी लोग कर चुके है. प्रखंड कार्यालय के परिसर में भी शौचालय अक्सर बंद रहता है. अस्थायी बस पड़ाव और कार्यालय परिसर में आने वाले ग्रामीण शौच और यूरीनल के लिए इधर उधर भटकते है. सबसे ज्यादा परेशानी स्टेशन परिसर और बाजार में आने वाले लोगों को हो रही है. इस क्षेत्र में लगभग चार सौ मीटर के क्षेत्र में एक दो मंजिला शौचालय बनाया गया है. जिसका उद्वघाटन किया जा चुका है. उद्वघाटन के बाद से इसे बंद कर दिया गया है. शुरूआत में गरीब परिवार के दस घर के लोगों को शौचालय की चाबी देने की चर्चा थी.
यहां झोपड़ी और टीन के शेड में बीना शौचालय के रहने वाले दर्जनों परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
किसानों के लिए नीलगाय, सुअर बने मुसीबत
प्रखंड के किसानों के लिए जंगली जानवर मुसीबत बने हुए हैं. इनमे सबसे अधिक परेशानी नीलगाय खड़ी कर रही है. इसके बाद बंदर व सुअर से लोग परेशान हैं. नीलगायें जिस खेत में ये पहुंच रही हैं, उसमें देखते-देखते पूरी फसल चट कर जा रही हैं. मटर और चना जैसी फसलों को ये जानवर बर्बाद करके रख दिये हैं.
किसानों का कहना है कि अब गेहूं की फसल को भी नीलगायें तबाह करने लगी हैं. किसानों का कहना है कि वे लोग सुअर, बंदर और आवारा कुत्ता से भी परेशान हो रहे हैं.