पटना न्यूज़: राज्य के पांच राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर तय से अधिक तेज गति से वाहन चलाने वालों पर जुर्माना लगेगा. इस बाबत सड़कों पर जगह-जगह खास कैमरे लगेंगे, जो वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर लेंगे. तेज वाहन चलाने वालों वाहन मालिकों के मोबाईल पर मैसेज जाएगा. इसके बाद वाहन मालिकों को संबंधित जिला परिवहन कार्यालय में जुर्माने की राशि जमा करनी होगी, जो एक और दो हजार की होगी.
वर्तमान में एनएच-28 पर कोटवा से मुजफ्फरपुर तक 80 किलोमीटर की दूरी तक इस तरह के कैमरे लगाये गये हैं. इन कैमरों की मदद से प्रतिदिन 20 से 150 वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है. राज्य सरकार इसको लेकर प्रस्ताव बना रही है कि पांच एनएच पर इस तरह के कैमरे लगेंगे. इन पांच एनएच पर वाहन दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, इस कारण इनका चयन किया गया है. मालूम हो कि दुर्घटना का मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना भी होता है. जिस एनएच पर ये कैमरे लगेंगे, उनमें एनएच 2 (कैमूर-सासाराम-औरंगाबाद), एनएच 28 (मुजफ्फरपुर-बरौनी), 30 (पटना-बख्तियारपुर), एनएच 31 (छपरा-हाजीपुर-बेगूसराय) और 57 (मुजफ्फरपुर-दरभंगा-पूर्णिया) शामिल है. एनएच, नगर निकायों के बीच, फोरलेन आदि सड़कों पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा केंद्रीय परिहवन एवं सड़क मंत्रालय ने तय की है. जो चारपहिया वाहन के लिए 70 से 100 और दो पहिया वाहन के लिए 60 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा है.
राज्य में हर साल हजारों की संख्या में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु होती है. पिछले वर्षों के आंकड़े बतातें है कि बिहार में वर्ष 2018 में 9600, 2019 में 9553, 2020 में 8639 और 2021 में 9553 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इन दुर्घटनाओं में क्रमश 5554, 6699, 7660, 6697 और 7659 लोगों की मृत्यु हुई. वर्ष 2022 के आंकड़े सभी जिलों से प्राप्त हो गये हैं, जिसकी समेकित रिपोर्ट तैयार की जा रही है.