Patna: लोगों की शिकायत पर चुनाव आयोग का चला डंडा तो वरीय अधिकारी को दिया गलत जवाब
पटना: जिले के मध्य विद्यालयों में पदस्थापित स्नातकोत्तर शिक्षकों को अपनी ही वेतनमान पर एचएम के रिक्त पद पूर्णकालिक रूप से कार्य करने के लिए जिले के 136 शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर 15 मार्च को पदस्थापित किया गया था. लेकिन, लोगों की शिकायत पर चुनाव आयोग का डंडा चला तो डीएम को गलत जवाब देने से भी नहीं चूके. जिला शिक्षा विभाग ने खुद के जारी पहले पत्र को झूठलाते हुए डीएम को जवाब भेज दिया है. कहा है कि प्रोन्नति नहीं दी गयी है. बल्कि, शिक्षकों को एचएम पद पर प्राधिकृत किया है. जबकि, पहले के पत्र में स्पष्ट लिखा है कि शिक्षकों की एचएम पद पर पदस्थापन की गयी है.
एचएम प्रोन्नति मामला समय बीतने के साथ ही और उलझता जा रहा है. जिले के एक प्रतिनिधि ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन करने का हवाला देकर निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी. डीडीसी वैभव श्रीवास्तव ने 12 अप्रैल को डीईओ व स्थापना डीपीओ को पत्र भेजकर जवाब मांगा था. डीएम शशांक शुभंकर ने मामले को गंभीरता से देखने का आदेश एसडीसी (वरीय डिप्टी कलेक्टर) संजीव बख्शी को दिया था. डीईओ ने एसडीसी को चौंकाने व गुमराह करने वाला जवाब भेजा है. खुद के पहले जारी पत्र को झुठलाते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि शिक्षकों को एचएम के पद पर किसी प्रकार की कोई प्रोन्नति अथवा स्थानान्तरण नहीं किया गया है. वरीय डिप्टी कलेक्टर संजीव बख्शी ने स्पष्ट रूप से कहा कि डीईओ राजकुमार द्वारा जारी पहले के पत्रों का भी अवलोकन किया जाएगा. अगर जवाब पहले के पत्र के अनुसार नहीं रहा तो उनके विरुद्ध कार्रवाई भी हो सकती है. जबकि, स्थापना डीपीओ द्वारा 15 मार्च को जारी कार्यालय आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मध्य विद्यालयों में पदस्थापित स्नातकोत्तर योग्यताधारी अथवा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को एचएम के रिक्त पद पूर्णकालिक रूप से कार्य करने के लिए पदस्थापित की जाती है. या यूं कहें कि चुनाव आयोग का डंडा चला तो खुद के द्वारा जारी पत्र को झुठला दिया है
शिक्षकों को मिली एचएम की कुर्सी अधिकारी नहीं मान रहे प्रोन्नति शिक्षकों को एचएम की कुर्सी पर तैनात कर कई शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में भी तैनाती कर दी गयी है. जबकि, डीईओ शिक्षकों को किसी तरह की प्रोन्नति अथवा स्थानान्तरण देने से इंकार कर रहे हैं. शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि करीब 136 शिक्षकों को एचएम के पद पर तैनात कर कई शिक्षकों को दूसरे विद्यालय में तैनाती की गयी है. जबकि, कई शिक्षकों को अपने ही मूल विद्यालय में एचएम के पद पर कार्य करने के लिए प्राधिकृत किया गया है. वे इस कार्य का बखूबी निर्वहन भी कर रहे हैं.