Patna: कर्मचारियों की कमी से शहर में जलापूर्ति व्यवस्था लड़खड़ाई
पटना: भीषण गर्मी में नगर निगम की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है. कर्मचारियों की कमी से समय पर न तो पंपिंग स्टेशन चालू हो रहे हैं और न ही मरम्मत का काम हो पा रहा है. पंप चलाने के लिए 104 और चालकों की जरूरत है लेकिन नगर विकास एवं आवास विभाग से अभी तक नहीं मिल पाया है. जिससे पंपिंग स्टेशनों पर दबाव अधिक हो गया है. हाल ही में कर्मचारियों के नहीं रहने से दो जगहों पर पंप का मोटर जल गया. जिससे पानी के लिए हाहाकर मच गया. नगर निगम के तकनीकी अधिकारियों का कहना है कि यदि कर्मचारी नहीं रहेंगे तो यह समस्या और बढ़ सकती है.
नगर निगम के पास वर्तमान समय में 106 पंपिंग स्टेशन है. नगर निगम का दावा है कि वर्तमान समय में रोजाना एक करोड़ 60 लाख लीटर (360 एमएलडी) पानी की आपूर्ति की जा रही है. सामान्य दिनों में हर दिन 80 हजार लीटर पानी की खपत होती है. गर्मी अधिक होने से पानी की खपत 80 हजार लीटर बढ़ गया है. जलापूर्ति के लिए दोगुना दबाव बढ़ा है. जबकि कर्मचारियों की संख्या उस अनुपात में नहीं है. शहर के तीन लाख 50 हजार घरों में जलापूर्ति पाइप लाइन का कनेक्शन है. अधिकतर नये इलाके में अभी भी जलापूर्ति पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है. नगर निगम के पास 14 जलापूर्ति टैंकर है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. एक पंपिग स्टेशन को चलाने के लिए तीन कर्मचारियों की जरूरत है. एक रिलीवर कर्मचारी नहीं होने से कई जगहों पर स्थानीय लोग पंप को चालू कर रहे हैं. सभी अंचलों से रोजाना जगहों से जलापूर्ति पाइप लाइन में गड़बडी की शिकायत होती है. निगम के नियंत्रण कक्ष में इन दिनों जलापूर्ति को लेकर शिकायत की जा रही है.
रोजाना 1.60 करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही, सामान्य दिनों में 80 हजार लीटर की रहती है जरूरत, सामान्य दिनों से दोगुना पानी की जरूरत और कर्मियों की कमी से गहराया संकट
महत्वपूर्ण तथ्य
● शहर की आबादी लगभग 22 लाख, रोजाना 360 एमएलडी पानी की जरूरत
● 106 पंपिंग स्टेशन है शहर में जहां से होती है जलापूर्ति
● शहर के 3.50 लाख घरों में जलापूर्ति पाइप लाइन का है कनेक्शन
● पंप चलाने के लिए 3 कर्मचारी की है जरूरत, उपलब्ध हैं 2
● प्रतिदिन जगहों से पाइप में लिकेज या फटने की दर्ज होती है शिकायत
● एक पंप पर तीन कर्मचारियों की जरूरत, अभी हैं दो कर्मचारी तैनात
● रोजाना एक करोड़ 60 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही