मुजफ्फरपुर न्यूज़: अगुवानी पुल के गिरने के बाद दिनभर राजधानी पटना से लेकर खगड़िया तक गहमागहमी रही. आईआईटी रूड़की की टीम के आने और उसकी रिपोर्ट को लेकर भी चर्चाएं चलती रहीं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इसकी अपडेट लेते रहे.
शाम चार बजे पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत मुख्यमंत्री आवास भी गए. ऐसे तो वहां वे मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी पर्षद की बैठक में शामिल हुए, लेकिन पुल को लेकर भी अलग से चर्चा हुई. वहां पिछली रिपोर्ट और आगे की संभावित कार्ययोजना को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया. इसके पहले आईआईटी रूड़की की टीम ने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मुलाकात की. टीम ने विभाग को अपनी रिपोर्ट भी देर शाम सौंपी. टीम के इंजीनियरों से विभाग के वरिष्ठ अभियंताओं की भी लगातार बातें होती रही. उधर, एसपी सिंगला कंपनी के अधिकारी भी पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों और सीनियर इंजीनियरों से संपर्क की कोशिश करते रहे. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी पल-पल की खबर लेते रहे.
उन्होंने भी अपर मुख्य सचिव के अलावा विभाग के अन्य आला अधिकारी और इंजीनियरों के साथ बात की. इसी बीच विभाग के सात शीर्ष इंजीनियरों को भी नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया. ये सभी पुल निर्माण को लेकर किसी न किसी गतिविधि में या फिर किसी न किसी जिम्मेवारी में हैं. इनकी फाइलें भी कई स्तरों पर दौड़ी. इन्हें तत्काल कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया.