पटना: शहर के विकास के साथ अब सोहसराय हॉल्ट पर भी सुबह और शाम में यात्रियों की काफी भीड़ लगती है. नकटपुरा बाईपास बनने से इस हॉल्ट की काफी अहमियत बढ़ चुकी है. वहां यात्री शेड न प्लेटफॉर्म है. हद तो यह कि प्लेटफॉर्म तक पहुंचने का रास्ता भी नहीं, रेल पटरी के सहारे ही यात्री स्टेशन तक पहुंचते हैं. इससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है. सोहसराय हॉल्ट पर शेड नहीं रहे से लोगों को पानी में भीगकर रेल का इंतजार करना पड़ता है.
स्थानीय निवासी पंकज कुमार, दिनेश्वर मांझी, लालजीत राय व अन्य कहते हैं कि चार साल पहले यहां काफी कम लोग गाड़ी पकड़ने आते थे. लेकिन, जब से नकटपुरा बाईपास बना है, तब से यहां सुबह और शाम में काफी यात्री रेल का इंतजार करते हैं. इनमें काफी संख्या में छोटे बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं भी होती हैं. प्लेटफॉम नहीं रहने के कारण उन्हें लटककर चढ़ना पड़ता है. इसमें कई बार दर्जनों यात्री गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं. सुबह में तो राजगीर पटना पैसेंजर ट्रेन में काफी भीड़ रहती है. प्लेटफॉर्म नहीं रहने के चलते दर्जनों यात्री रेल पर चढ़ नहीं पाते हैं. इस मार्ग में देर शाम सात से नौ बजे के बीच तीन ट्रेनों को ठहराव रोजाना होता है.
इससे सैकड़ों यात्री चढ़ते उतरते हैं. रात में इन ट्रेनों को पकड़ने वाले यात्रियों को हॉल्ट के दक्षिण तरफ बने क्रॉसिंग के पास ही खड़े होकर लोगों को इंतजार करना पड़ता है. ट्रेन की सिटी या लाइट देखकर लोग ट्रैक पर दौड़ते हुए स्टेशन तक जाते हैं. इसमें कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है.
चापाकल और शेड नहीं
यहां पर दो रेलवे ट्रैक बिछे हुए हैं. इसके पूर्व तरफ टिकट काउंटर बना हुआ है. कभी कभार ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को यहां घंटों इंतजार करना पड़ता है. इस दौरान यहां बैठने के लिए कुछ भी व्यवस्था नहीं है. हाल के दिनों में बने कुछ चबूतरों पर यात्री धूप व बरसात में बैठते हैं. इस स्टेशन पर एक भी चापाकल व शेड नहीं है.
इससे लोग काफी परेशान हैं. लोगों ने यहां प्लेटफॉर्म, चापाकल, यात्री शेड व पर्याप्त रौशनी के साथ ही शौचालय बनवाने की मांग की है.
स्टेशन जाने को रेलवे ट्रैक पर चलना मजबूरी
हद तो यह कि इस स्टेशन पर पहुंचने के लिए पहुंच पथ तक नहीं है. लोग रेलवे क्रॉसिंग की तरफ से ही रेलवे ट्रैक से होकर स्टेशन तक जाने को विवश हैं. इस दौरान कई बार बच्चे व बुजुर्ग गिरकर चोटिल हो चुके हैं. स्टेशन से दक्षिण तरफ से रहुई रोड तक एक कच्ची सड़क गयी है. लेकिन, पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण उसपर चलना मुश्किल हो गया है. साथ ही, स्टेशन पर भी नहीं रहा जा सकता है.
ऐसे में लोग जान जोखिम में रेलवे क्रॉसिंग के पास ही खड़ा होकर रेल का इंतजार करना पड़ता है. गाड़ी आने के पहले ट्रैक पर ही भागम भाग करनी पड़ती है.
पटना