पटना: बेला रेल चक्का कारखाने द्वारा अब तक 2 लाख 16 हजार से अधिक चक्के का निर्माण किया गया है. इस दौरान वित्तीय वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड तोड़ 42167 रेल पहियों का उत्पादन किया गया.
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने बताया कि भारतीय रेल पहियों की मांग को पूरा करने के लिए सारण के दरियापुर में बेला रेल चक्का कारखाने की स्थापना की गयी. 1 2014 से चक्के का उत्पादन शुरू हुआ. जो अब 10 वर्ष पूरा कर चुका है. इस संयंत्र की आधारशिला 29 जुलाई 2008 को रखी गई थी. इसकी क्षमता प्रतिवर्ष एक लाख तक पहियों के निर्माण की है. इसका निर्माण लगभग 1640 करोड़ रुपये से किया गया था. पहियों का परीक्षण के तौर पर निर्माण 20 से प्रारंभ हो गया. इसका प्रारंभिक उत्पाद बॉक्स-एन व्हील था.
अब यह संयंत्र क्षेत्रीय रेलवे, वर्कशॉप और कॉनकॉर के पहियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बीजी कोचिंग (आईसीएफ), ईएमयू और बीएलसी पहियों का उत्पादन भी कर रहा है. बीएलसी पहियों का उत्पादन 3 जुलाई 2023 से तथा ईएमयू चक्के का उत्पादन 14 नवंबर 2023 से प्रारंभ हुआ.
फरार कैदी बुर्का पहनकर घूम रहा था, गिरफ्तार
पटना सिविल कोर्ट से बीते चकमा देकर फरार हुआ नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपित आसिफ बुर्का पहनकर घूम रहा था. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसे की सुबह नासिरिगंज स्थित अनुमंडल पदाधिकारी के दफ्तर के समीप से पकड़ लिया. कोर्ट से फरार होने के बाद आसिफ ने बुर्का खरीदा. उसे पहनकर वह दानापुर स्थित घर जा रहा था. एसडीओ कार्यालय के समीप आसपास तैनात पुलिसकर्मियों की नजर पड़ गई. महिला और पुरुष पुलिस अफसर पहुंचे और संदिग्ध को रोका . इसी में वह पकड़ा गया.