पटना: धान खरीद के बाद राइस मिल में भेजने के बजाए उसकी कालाबाजारी का मामला सामने आया है. डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर अभी तक चार पैक्सों की जांच की गई. जिसमें 6,48,02,502 रुपये गबन का मामला सामने आया है.
चारों पैक्स के अध्यक्ष समेत 48 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. गबन की राशि और धान की वसूली भी होगी. अब तक जिन पैक्सों की जांच की गई है, उसमें बिक्रम प्रखंड में अख्तियारपुर मझौली, दुल्हिनबाजार प्रखंड में लाला भदसारा, धाना निसरपुरा और पालीगंज प्रखंड में रामपुर नगवां पैक्स शामिल हैं. दुल्हिनबाजार और पालीगंज में एक-एक पैक्सों की जांच की गई. दुल्हिनबाजार प्रखंड में स्थित लाला भदसारा पैक्स गोदाम खाली पाया गया. गोदाम में धन क्रय की कुल मात्रा 1251 मिट्रीक टन में 428 मिट्रिक टन धान की आपूर्ति राइस मिल की जानकारी मोबाइन एप से मिली. बचा हुआ धान गोदाम में होना चाहिए, लेकिन सहकारिता प्रसार पदाधिकारी ने गोदाम की जब जांच की तो वह खाली मिला. गोदाम में 823 टन धान रहना चाहिए था. जांच टीम ने मोबाइल एप के अनुसार धान की मात्रा और राइस मिल को भेजे गए धान के डेटा प्राप्त कर गड़बड़ी का मामला प्रकाश में लाया. जितनी मात्रा में धान गायब पाया गया, कीमत 1,81,78,110 रुपये है. जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि उक्त राशि का गबन पैक्स के अध्यक्ष, प्रबंधक और कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा किया गया है. यह गबन का मामला बनता है.
रामपुर नगवां पैक्स गोदाम की भी जांच की गई : ऐसी ही कहानी पालीगंज प्रखंड में स्थित रामपुर नगवां पैक्स गोदाम की है. जिला प्रशासन की टीम द्वारा रामपुर नगवां पैक्स गोदाम की जांच की गई तो यहां से 6081 क्विंटल धान नहीं पाया गया. कुल धान खरीद की मात्रा 9891.32 क्विंटल में से 2900 क्विंटल सीएमआर की आपूर्ति करने का प्रमाण मिला. वहीं 23 तक समिति द्वारा 3810 क्विंटल धान की आपूर्ति राइस मिल को किया जा चुका है. मोबाइन एप के अनुसार गोदाम में 6081क्विंटल धान बचा होना चाहिए लेकिन जांच टीम जब गोदाम में पहुंची तो गोदाम खाली पाया गया. दुल्हिनबाजार के लाला भदसारा पैक्स के अध्यक्ष, दो प्रबंधक और नौ सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. पालीगंज प्रखंड स्थित रामपुर नगवां पैक्स के अध्यक्ष, एक प्रबंधक व 10 सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.