x
BIHAR बिहार : पावापुरी भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान में डॉक्टर की पिटाई के बाद भी इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से ठप रखी. डॉक्टरों ने कॉलेज के मेन गेट मेन ही ताला लगा दिया. इस कारण वहां रेफर व गंभीर बीमारियों का इलाज कराने आए दर्जनों रोगी बिना उप के ही लौट गये. इन रोगियों को अन्य अस्पतालों में जाना पड़ा.यहां तक कि वहां भर्ती रोगियों का भी चिकित्सकों ने इलाज नहीं किया. इस कारण वहां पहले से भर्ती रोगियों को इलाज के लिए बाहर लेकर चले गए. HOSPITAL प्रशासन व डॉक्टरों के बीच वार्ता भी बेनतीजा रही. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मांग है कि पिटाई करने वाले को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे और सजा दे.
वार्ड में भर्ती रोगी को नहीं देखने आए कोई डॉक्टर : पावापुरी की रीना कुमारी ने बताया कि मरीज को प्रसव कराने के लिए यहां भर्ती हुई थी. रोगी को पानी चढ़ाया गया था. कोई देखने तक नहीं आया. परिजन इसे बाहर ले जाने की सोच रहे थे. नवादा की छोटी कुमारी अपने पति का टीबी बीमारी का इलाज कराने के लिए यहां 27 से भर्ती करायी थी. तक इनका सही से इलाज किया गया. वहीं की सुबह से पहर तक कोई इसकी हालत तक जानने नहीं आया. इसी तरह से कई परिजन वहां भर्ती रोगियों को बाहर ले जाने का सोच रहे हैं.अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि प्राचार्य डॉ. सर्विला कुमारी के साथ डॉक्टरों की बैठक कर बातचीत की जा रही है. हालांकि, बैठक के बाद भी की संध्या तक कोई नतीजा नहीं निकला. डॉक्टर अपनी मांगों पर अंड़े रहे. IMA ने डॉक्टरों का साथ देते हुए इस घटना की घोर निंदा की है. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
क्या था मामला की शाम नगर पंचायत के वार्ड सात निवासी सुनील सिंह को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. उनकी मौत के बाद परिजन हंगामा करने लगे. परिजनों का कहना था कि सीनियर डॉक्टर गायब थे. इलाज शुरू करने में देरी की वजह से उनकी मौत हो गयी. इसके बाद उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र देने की मांग की, तो चिकित्सक आनाकानी करने लगे. तब हंगामा बढ़ गया.वहीं चिकित्सकों का कहना है कि बेवजह उनके साथ मारपीट की गयी है. इस वजह से Emergency सेवा बंद करनी पड़ी. इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की गयी थी. उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. उसकी जांच के बाद मौत की जानकारी दी गयी, तो हंगामा और मारपीट की गयी. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
TagsPatnaडॉक्टरविरोधइमरजेंसी सेवा ठप doctorsprotestemergency service stoppedजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Sanjna Verma
Next Story