Patna: वायु प्रदूषण मापने के लिए 20 जगहों पर लगाए जाएंगे वायु प्रदूषण मापक यंत्र
पटना: शहर में 20 और जगहों पर वायु प्रदूषण मापने के लिए सेंसर लगाए जाएंगे. ऐसे जगहों पर ये यंत्र लगाए जाएंगे जहां वायु प्रदूषण ज्यादा होने की आशंका हाल के वर्षो में बढ़ गई है. पहले से सेंसर शहर के अलग अलग हिस्सों में स्थापित है.
वहीं 20 और सेंसर मंगाए जाएंगे जो चलंत होंगे और उसे प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को दिया जाएगा. समय-समय पर इससे वे अपने स्तर से वायु प्रदूषण का अध्ययन करेंगे. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सभागार में वायु प्रदूषण और ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में नई दिल्ली के डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स संस्था की उपाध्यक्ष डॉ सौमेन मैती ने ये बातें कही. पर्षद के सदस्य सचिव एस चंद्रशेखर ने कहा कि शहर में वायु प्रदूषण मानव जनित के साथ-साथ प्राकृतिक कारणों से भी है. इसका भी अध्ययन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि एक अध्ययन के अनुसार राज्य में 49 प्रतिशत प्रदूषण तत्व खाना बनाने वाले ईंधन, सड़क, भवन निर्माण, वाहन परिचालन, ठोस अपशिष्ट को जलाने, उद्योग, पशुधन आदि से होता है जबकि 51 प्रतिशत प्रदूषण राज्य के बाहर से आते हैं.
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ डीके शुक्ला ने कहा कि विगत जाड़े के मौसम में भारत के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में से बिहार के शामिल थे. पिछले वर्षों में पटना शहर में पार्टिकुलेट मैटर 2.5 की औसत मात्रा घटी है. यूएनडीपी संस्था के शुभम टंडन ने कहा कि स्वयंसेवकों को दिया जाने वाला चलंत सेंसर से अध्ययन के बाद वायु गुणवता के नियंत्रण के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी. राज्य भर से आए स्वयंसेवकों को वायु प्रदूषण की जांच के नई तकनीक के बारे में जानकारी दी गई.