पटना: कारोबार के लिए लिए लोन को चुकता करने में 20 फीसदी जिलेवासी फेल हो रहे हैं. वे समय पर लोन की राशि किस्त के तौर पर नहीं लौटा पा रहे हैं. वहीं, जीविका से जुड़ी महिलाएं कमाई कर समय पर लोन की राशि भर रही हैं. मात्र एक फीसदी लोनी ही समय पर किस्त नहीं भर पाती हैं. इनमें से कई महिलाएं कुछ दिनों बाद लोन की राशि दे पाती हैं. यानि लोन चुकता करने में जीविका दीदी सामान्य लोनियों की अपेक्षा काफी आगे हैं. वे लोन लेकर रोजगार से जुड़कर एक तरफ जहां आत्मनिर्भर बन रही हैं. वहीं दूसरी तरफ, कमाई कर वे लोन को चुकता भी कर रही हैं. इसमें पीएनबी व जीविका आपसी समन्वय कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है. बिहारशरीफ टाउन हॉल में को पीएनबी व जीविका समन्वय बैठक में कई जिलों की जीविका से जुड़ी महिलाएं शामिल हुईं. बैंक के सहायक महाप्रबंधक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा संकेत है. हम छोटे लोन देकर भी ग्रामीण इलाके के महिलाओं को कमाई व रोजगार से जोड़ उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं. रोजगार से जुड़कर जिले की कई महिलाएं जल्द ही लखपति दीदी भी बनने वाली हैं.
एलडीएम श्रीकांत सिंह ने कहा अनपढ़ महिलाएं भी कमाई कर अपना परिवार का बहुत ही अच्छे से अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. जीविका बैंकों के साथ समन्वय बनाकर ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षण से जोड़कर रोजगार के लिए तैयार करे. बैंक हर तरह से उनकी मदद करेगा. जीविका के स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर पुष्पेंद्र तिवारी ने जीविका अधिाकारियों से कहा कि अब हम लखपति दीदी पर फोकस कर रहे हैं.
आवश्यकता पड़ने पर उनके कारोबार को बढ़ाने के लिए भी लोन की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में हमें अन्य महिलाओं पर भी पहले की तरह ही ध्यान देना होगा. ताकि, वे पीछे न छुट पाएं. हमारा लक्ष्य हर हाथ को काम से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. बैठक में जीविका के स्टेट माइक्रो फाइनेंस मैनेजर रत्नदीप श्रीवास्ताव, पीएनबी के जोनल मुख्य प्रबंधक विजय कुमार, नवादा के एलडीएम संजीव कुमार दास, लखीसराय के एलडीएम संजीत कुमार, पीएनबी मंडल कार्यालय के मुख्य प्रबंधक राहुल कुमार, सोहसराय के मुख्य प्रबंधक शशिभूषण कुमार, हिलसा क अधिकारी अमित नारायण, बिहारशरीफ के उत्तम कुमार, रीतेश कुमार, जीविका के डीपीएम संजय पासवान के साथ ही बैंक व जीविका के दर्जनों अधिकारी मौजूद थे.