पटना: बेऊर मोड़ से अनीसाबाद गोलंबर होते हुए एम्स गोलंबर तक बनने वाले फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए 140 मकान तोड़ने होंगे. अनीसाबाद गोलंबर और फुलवारीशरीफ चौक के समीप सर्वाधिक अतिक्रमण की स्थिति है.
इसके अलावा चार ऐसी जगह चिह्नित की गई हैं जहां एलिवेटेड कॉरिडोर में अतिक्रमित मकान बाधा बने हुए हैं. यहां से अतिक्रमण हटाने के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय (मॉर्थ) के पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से 16 को डीएम को पत्र लिखा गया है. पत्र में कहा गया है कि अतिक्रमण नहीं हटने के कारण घुमावदार एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से वाहनों की रफ्तार लगभग किलोमीटर प्रति घंटे ही रह जाएगी. ऐसे में एलिवेटेड बनाने का उद्देश्य पूरा नहीं होगा और एनएच के मानक को भी को यह पूरा नहीं करता है. अतिक्रमण हटने के बाद ही मॉर्थ की स्थाई वित्त समिति द्वारा निर्माण की मंजूरी दी जाएगी.
बेऊर से औरंगाबाद के हरिहरगंज तक बननी है सड़क बेऊर से अनीसाबाद व एम्स गोलंबर होते हुए औरंगाबाद से हरिहरगंज तक फोरलेन सड़क का निर्माण होना है. इसको एनएच 139 का दर्जा प्राप्त है. इसमें बेऊर से एम्स तक एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण होना है. इसके अलावा हरिहरगंज तक फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा. अभी एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण की प्रक्रिया अतिक्रमण के कारण रुकी है.
समस्या का समाधान होते ही एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में कार्य आगे बढ़ेगा: बेऊर मोड़ के समीप (0 किमी) से एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण शुरू होगा. इसके 1.6 किमी अनीसाबाद गोलंबर के समीप और 4.05 किमी फुलवारी चौक के समीप सबसे अधिक अतिक्रमण है. इसके अलावा 3.1 से 3.2, 3.7, 3.9 और 4.6 किमी के समीप भी अतिक्रमण है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जिन जगहों पर अतिक्रमण है, उसमें से ज्यादातर जगह सरकारी है.