सर्विसलेन के निर्माण में गतिरोध जारी रहने से आवागमन में संकट झेल रहे राहगीर
बेगूसराय न्यूज़: आबादी लगातार बढ़ रही है. इस लिहाज से सड़कों की चौड़ाई भी सरकारी स्तर पर बढ़ाई जा रही है. सड़कों की चौड़ाई बढ़ने से वाहनों की रफ्तार बढ़ रही है.
इस दौरान घनी आबादी के बीच सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने से स्थानीय लोगों में सुरक्षित आवागमन को लेकर चिंता भी बढ़ रही है. इसके बावजूद एनएचएआई व संबंधित अधिकारी स्थानीय लोगों के सुरक्षित आवागमन की मांग की वर्षों से अनदेखी कर रहे हैं. इसका खामियाजा यहां की
भावी पीढ़ियों को भी भुगतना पड़ेगा. फिलहाल पपरौर, मोसादपुर, सिंघौल, हर हर महादेव चौक, पावर हाउस चौक से मंडल कारा के समीप तक सर्विसलेन का काम अधर में लटका है.
बेगूसराय व बरौनी जीरोमाइल के बीच मोसादपुर के समीप फोरलेन के बीचोबीच बसी आबादी के सामने हमेशा मौत नाचती नजर आ रही है. बरौनी एनटीपीसी व बीहट के समीप रोड ओवरब्रिज का निर्माण भी अब तक पूरा नहीं हो सका है. घनी आबादी वाली जगहों पर अंडरपास की सुविधा अब तक मुहैया नहीं हो पायी है. जहां सर्विसलेन बन गई है, वहां महज वाहनों के अवैध पार्किंग के रूप में उसका उपयोग किया जा रहा है. व्यवस्थित रूप से कहीं भी यू-टर्न की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गई है.
फोरलेन का डीपीआर भी सवालों के घेरे में कपस्या चौक से मंडल कारा के समीप तक फ्लाईओवर का हाल में निर्माण शुरू कराया गया है. इसके पहले फोरलेन का निर्माण हुआ लेकिन उस वक्त भी पावर हाउस चौक से मंडल कारा के समीप तक सघन आबादी का क्षेत्र रहने के बावजूद सर्विसलेन का निर्माण नहीं कराया गया.
बाद में पुंज लॉयड व एनएचएआई के अधिकारियों ने एक सुर में बताया कि वहां फोरलेन निर्माण डीपीआर में ही नहीं था. जब डीपीआर की मांग की जाती है तो कहते हैं कि उपलब्ध नहीं है. ऐसे में सवाल यह उठाया जा रहा है कि घनी आबादी वाले स्टेशन चौक व बस स्टैण्ड के पास बिना सर्विसलेन के फोरलेन निर्माण का डीपीआर बना तो कैसे! इसके लिए कौनी दोषी है! बेगूसराय स्टेशन के आसपास हो चुकीं दर्जनों दुर्घटनाओं में कई बेगुनाहों की मौत से सहमे स्थानीय लोग पावर हाउस चौक से मंडल कारा के समीप तक अविलंब सर्विसलेन निर्माण को निहायत ही जरूरी बता रहे हैं लेकिन संबंधित अधिकारी परियोजना से जुड़े इस महत्वपूर्ण कार्य की लगातार अनदेखी कर रहे हैं.
डीएम ने महीनों पहले कहा था कि जब फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होगा तो प्रथम चरण में सर्विसलेन का ही निर्माण कराया जाएगा लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है.