मधुबनी न्यूज़: प्रखंड स्तर पर पंचायत समिति की बैठक सिर्फ औपचारिकता पूरा करने भर हो रही है. प्रखंड प्रमुख रंजीता प्रभा, इओ बतौर बीपीआरओ रूपेश कुमार के अलावा मनरेगा पीओ विजेंद्र कुमार, बीईओ रंजन कुमार सिन्हा सहित कई विभागों के अधिकारी और उनके प्रतिनिधि की मौजूदगी में इस साल की दूसरी सामान्य बैठक हुई. लेकिन यह पिछली बैठक की तरह संपुष्टि के मुद्दे से आगे नहीं चली.
वैसे भी पूर्व में पंसस की जो भी बैठकें हुई हैं उनका भी परिणाम इस साल की पहली और दूसरी बैठक की तरह रहा है. इस साल की पहली बैठक शुरू होते ही बहिष्कार की भेंट चढ़ गयी. इसका मुख्य वजह सभी विभाग के अधिकारी की उपस्थिति और विभाग से जुड़े एजेंडे का पालन नहीं होना सामूहिक रहा. सभी जनप्रतिनिधि बैठक में उपस्थित हुए. लेकिन सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित नहीं हुए. अंतत प्रखंड प्रमुख और उप प्रमुख ने चुप्पी साध ली. इसलिए कि सदस्यों के साथ धोखा न हो. सदस्यों के सवालों के जबाव में विभागों को वस्तु स्थिति से अवगत कराई गई.
जनसमस्या आधारित एजेंडों का पालन वर्षों बीतने के बाद भी नहीं हुआ. बसहा पंचायत के पंसस संजय चौधरी कहते हैं कि प्रखंड स्तरीय सदन की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है.
पंसस मनीष दास, सरोज ठाकुर आदि बताते हैं कि सदस्यों और उनके क्षेत्र के हित में अधिकारी कुछ भी नहीं करते हैं.
सदन का वर्तमान और अतीत एक जैसा है. अधिकारी चुप्पी साधे रहते हैं. इधर, किसी भी बैठक में गत् बैठक की संपुष्टि से आगे कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है.